कानपुर. कुख्यात गैंगस्ट विकास दुबे एनकाउंटर में ढेर कर दिया गया लेकिन अब उसके आपराधिक साम्राज्य की जड़ें कहां तक फैली थी, इसका पता लगाया जा रहा है. सूत्रों से मिली जानकारी के मुताबिक विकास दुबे की बीते एक साल की सीडीआर खंगाली जा रही है. यही नहीं यूपी एसटीएफ की पूछताछ में विकास ने एसटीएफ को महत्वपूर्ण जानकारियां दी थीं. सूत्रों के अनुसार अभी तक पूर्वांचल के कई नेताओं के नंबर मिले हैं. पुलिस टीम पर अबतक का सबसे जघन्य हमला करने वाले कुख्यात विकास दुबे को शह व साथ देने वाले नेताओं में खलबली मची है. अबतक मिली जानकारी के मुताबिक कुख्यात विकास दुबे के उज्जैन से कानपुर आने तक हुई पूछताछ और बयानों की सीडी बनाकर एसटीएफ ने शासन और प्रवर्तन निदेशालय को सौंपी है. इसमें उससे 50 से ज्यादा सवाल पूछे गए हैं.


एसटीएफ को दी है अहम जानकारी


सूत्रों ने बताया कि विकास दुबे ने दो जुलाई की रात हुए इस हमले से लेकर उज्जैन में गिरफ्तार होने तक की पूरी कहानी बताई और मदद करने वालों के नाम भी एसटीएफ को बताए हैं. इनमें बड़े करीबी कारोबारियों, विधायकों-मंत्रियों और उच्च पदों पर पुलिस व प्रशासनिक अधिकारियों से मित्रता होने की जानकारी दी है. उसने यह भी बताया कि उसकी संपत्तियां कहां और किसके नाम पर हैं. एसटीएफ ने उसके बयान का वीडियो भी बनाया है।


वारदात के बाद विकास दुबे किन लोगों के संपर्क में था, इसकी भी जानकारी जुटाई जा रही है. आपको बता दें कि कानपुर के बिकरू गांव में आठ पुलिस वालों की हत्या करने के बाद विकास फरार हो गया था. तकरीबन हफ्ते भर बाद विकास दुबे की कथित गिरफ्तारी उज्जैन से हुई थी. यूपी पुलिस की टीमें उसे पकड़ नहीं सकी थी. इसे लेकर महकमे की किरकिरी भी हुई थी. बहरहाल पूरे प्रकरण की जांच के लिये एसआईटी का गठन कर दिया गया है.


आपको बता दें कि कानपुर के बिकरू कांड की जांच के लिये उत्तर प्रदेश सरकार ने विशेष जांच दल (एसआईटी) का गठन किया है. तीन सदस्यीय टीम की अगुवाई आईएएस अधिकारी संजय भूसरेड्डी कर रहे हैं और इसके अलावा दो आईपीएस स्तर के अधिकारी भी टीम में हैं. रविवार को इस टीम ने अपनी जांच शुरु कर दी है. टीम ने कल बिकरू गांव का दौरा किया था और कई लोगों से पूछताछ की थी.


(रिपोर्टर प्रभात अवस्थी के इनपुट से)


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