UP Politics: अगले साल होने जा रहे लोकसभा चुनाव से पहले समाजवादी पार्टी ने रविवार को प्रदेश कार्यकारिणी की घोषणा कर दी. 182 सदस्यीय प्रदेश कार्यकारिणी में जातीय समीकरण को संतुलित करने की कोशिश की गई है. नरेश उत्तम पटेल प्रदेश अध्यक्ष का पद पाने में कामयाब रहे. राज कुमार मिश्रा को कोषाध्यक्ष बनाए रखा गया है. सपा की नई कार्यकारिणी में मौलाना इरफानुलहक, सीएल वर्मा, श्याम लाल पाल और राजेंद्र बिंद को उपाध्यक्ष पद की जिम्मेदारी सौंपी गई है. अखिलेश यादव ने 2022 का विधानसभा चुनाव हारने के बाद राष्ट्रीय और प्रांतीय इकाइयों समेत सभी सहयोगी संगठनों की कार्यकारिणी को भंग करने का ऐलान किया था. प्रदेश की नई टीम अखिलेश यादव के पीडीए फॉर्मूला की साफ झलक है. टीम में पिछड़ा वर्ग, अल्पसंख्यक और दलितों को प्रतिनिधित्व देकर पीडीए फॉर्मूला को मजबूत आकार देने की कोशिश की गई है.


सपा ने प्रदेश कार्यकारिणी गठित करने का किया ऐलान


प्रदेश की नई कार्यकारिणी में आजम खान के बेटे अब्दुल्ला आजम को प्रदेश सचिव बनाया गया है. समाजवादी पार्टी का प्रयास मुस्लिम मतदाताओं को दूसरी पार्टियों में जाने से रोकने के तौर पर देखा जा रहा है. प्रदेश की नई टीम में 12 मुस्लिम चेहरों को शामिल कर समाजवादी पार्टी ने बड़ा दांव खेला है. प्रदेश अध्यक्ष उत्तम पटेल का कहना है कि नई टीम संतुलित है और सभी जाति और समुदायों के नेताओं का प्रतिनिधित्व है. बीजेपी के दुष्प्रचार पर उन्होंने कहा कि समाजवादी पार्टी ने हमेशा सभी जातियों और समुदायों का सम्मान किया है.


पिछड़ा वर्ग समेत मुस्लिम वोट बैंक को रोकने का प्रयास


अखिलेश यादव ने प्रदेश की कार्यकारिणी टीम में गैर यादव ओबीसी समाज को ज्यादा तवज्जो देने की कोशिश की है. लोकसभा चुनाव से पहले ओम प्रकाश राजभर की सुभासपा और केशव देव मौर्य की महान दल गठबंधन की छतरी से अलग हो गई है. पिछले विधानसभा चुनाव में दोनों पार्टियां समाजवादी पार्टी के गठबंधन में शामिल थीं. माना जा रहा है कि अखिलेश यादव ने नई टीम में गैर यादव ओबीसी को ज्यादा तवज्जो देकर पिछड़े वर्ग का वोट बैंक साधने की कोशिश की है.


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