UP Nikay Chunav 2023: सपा प्रत्याशी मुन्नी बेगम ने किया नामांकन, नगर पालिका परिषद में जीत को लेकर बड़ा दावा
UP Nagar Nikay Chunav 2023: एटा नगर पालिका परिषद के अध्यक्ष पद के लिये अभी तक निर्दलीय प्रत्याशी के रूप में निवर्तमान अध्यक्ष नगर पालिका परिषद एटा मीरा गांधी नामांकन दाखिल कर चुकी हैं.
Etah Nikay Chunav 2023: एटा नगर पालिका परिषद के अध्यक्ष पद के लिये समाजवादी पार्टी की प्रत्याशी मुन्नी बेगम ने आज एटा कलेक्ट्रेट स्थिति नामांकन कक्ष में पहुंचकर अपना नामांकन दाखिल किया. इस अवसर पर उन्होंने कहा कि उनकी जीत सुनिश्चित है किसी भी पार्टी से उनका कोई मुकाबला नहीं है. मुन्नी देवी सपा नेता जहीर अहमद की मां है. पूर्व में वे मुन्नी बेगम एटा नगर पालिका परिषद की सभासद और उपाध्यक्ष भी रह चुकी हैं. जहीर अहमद कि छवि एटा और आस पास के जनपदों में बहुत ही कद्दावर नेता की है.
एटा नगर पालिका परिषद के अध्यक्ष पद के लिये 2000 में, 2003 में, 2006 में और 2012 में वे चुनाव लड़ चुके हैं और बहुत कम मार्जिन से चुनाव हर गए. इसके साथ ही वे सोरों विधानसभा से विधानसभा का चुनाव भी लड़ चुके हैं. जहीर अहमद एटा में समाजवादी पार्टी के कद्दावर नेता माने जाते हैं. एटा में समाजवादी पार्टी और बीजेपी के बीच नगर पालिका परिषद के अध्यक्ष पद की लड़ाई होनी तय मानी जा रही है.
इस अवसर पर जहीर अहमद ने मीडिया से बात करते हुए कहा कि उनको पूरा विश्वास है कि सपा प्रत्याशी उनकी मां मुन्नी देवी की विजय होगी. उन्होंने कहा कि बीजेपी तो अभी तक अपना उम्मीदवार भी तय नहीं कर पा रही है. उन्होंने कहा कि एटा में पिछला चुनाव बीजेपी बनाम बीजेपी हुआ था और कमोवेश इस बार भी वहीं स्थिति बनती जा रही है, जाहिर है कि इसका सीधा फायदा सपा को ही मिलेगा.
एटा नगर पालिका परिषद के अध्यक्ष पद के लिये अभी तक निर्दलीय प्रत्याशी के रूप में निवर्तमान अध्यक्ष नगर पालिका परिषद एटा मीरा गांधी नामांकन दाखिल कर चुकी हैं. कांग्रेस पार्टी के तरफ से सीमा गुप्ता को प्रत्याशी घोषित किया गया है. अभी तक भारतीय जनता पार्टी और बसपा ने अपना प्रत्याशी घोषित नहीं किया है.
एटा नगर पालिका परिषद के अध्यक्ष पद की टिकट के लिये सबसे अधिक मारामारी बीजेपी पार्टी में हैं. उसमे डॉ सारिका गुप्ता, प्रमोद गुप्ता और पंकज गुप्ता, सहित 7 प्रत्याशी टिकट की दौड़ में हैं. बताया जा रहा है कि बीजेपी में टिकट वितरण को लेकर इस कदर असंतोष है कि टिकट की घोषणा के बाद डेमेज कण्ट्रोल करना मुश्किल हों जाएगा और कई प्रत्याशी विद्रोही प्रत्याशी के रूप में अन्य पार्टियों से या निर्दलीय भी मैदान में आ सकते हैं. हालांकि बीजेपी भी इस खतरे को भांप रही है और उसने एक डेमेज कंट्रोल टीम बना दी है जो टिकट काटने वाले प्रत्याशियों को आगे कोई भी पद का लॉलीपॉप देकर मनाने का प्रयास करेंगी. फिलहाल पूरी तस्वीर तो कल नामांकन के अंतिम दिन कल ही सामने आ सकेगी.