Akhilesh Yadav visit kashi:  सावन का महीना आने वाला है. पूरी दुनिया के भक्तों के लिए काशी आकर्षण का केंद्र बनती है लेकिन इस बार राजनीतिक आकर्षण भी इस बार नेताओं को काशी खींचकर ला रहा है. समाजवादी पार्टी के राष्ट्रीय अध्यक्ष अखिलेश यादव सावन के पहले सोमवार को वाराणसी आएंगे और बाबा को जल चढ़ाकर यदुवंशी जलार्पण की प्रक्रिया को निभाएंगे.


अखिलेश यादव बाबा विश्वनाथ से मांगेंगे 2022 की जीत का आशीर्वाद


सावन के पहले सोमवार को काशी में होंगे अखिलेश यादव. बाबा विश्वनाथ का जलाभिषेक कर सपा प्रमुख यदुवंशियों की परंपरा को निभाएंगे. बाबा विश्वनाथ से 2022 की जीत का आशीर्वाद मांगेंगे.


क्या है यदुवंशी परंपरा का जलार्पण


वैसे तो पूरे श्रावण माह में भक्त काशी में डेरा डालते हैं, लेकिन प्रथम और अंतिम सोमवार को यदुवंशी बाबा को जल चढ़ाते हैं. केदार घाट से जल का घड़ा भरते हैं और बाबा का जलाभिषेक करते हैं. मान्यता है कि इस जलार्पण से पूरे साल विश्व आपदा से दूर रहता है. इसके पीछे की कथा भी है. 1932 में अकाल पड़ा तब काशी में यदुवंशियों ने बाबा को जल चढ़ाया और बरसात हुई. तब से परंपरा चली आ रही है और इस बार अखिलेश यादव भी बाबा को जल चढ़ाने वाले हैं.


अखिलेश यादव के आगमन के राजनीतिक मायने
वक्त 2014 के लोकसभा चुनाव का था, जब काशी के सांसद ने बाबा दरबार में मत्था टेका था और अब 2022 का चुनाव सामने है और सपा के राष्ट्रीय अध्यक्ष के काशी आगमन के उद्देश्य के राजनीतिक मायने निकाले जा रहे हैं. अब देखना ये होगा कि महादेव का आशीर्वाद इन्हें प्राप्त होता है.


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