मिशन 2022 की तैयारी में अखिलेश यादव, पार्टी के सभी एमएलसी के साथ की अहम बैठक
सपा प्रमुख अखिलेश यादव ने बुधवार को अपनी पार्टी के सभी एमएलसी के साथ महत्वपूर्ण बैठक की. बैठक में आगामी विधानसभा चुनाव को लेकर चर्चा की गई.
यूपी में होने वाले आगामी विधानसभा चुनाव के लिए सपा भी अपनी तैयारी में जुट गई है. इसी सिलसिले में पार्टी अध्यक्ष अखिलेश यादव ने पार्टी मुख्यालय पर अपने सभी एमएलसी के साथ बैठक की. बैठक में मुख्य रूप से अगले साल होने वाले विधानसभा चुनाव को लेकर चर्चा हुई. इसके साथ ही विधानसभा चुनाव से पहले होने वाले विधान परिषद के स्थानीय निकाय क्षेत्र के चुनाव पर भी मंथन किया गया.
अखिलेश ने सभी एमएलसी से चुनाव की तैयारी में लगने को कहा. साथ ही अपने-अपने क्षेत्र के जातिगत और क्षेत्रीय समीकरण का भी ध्यान रखने को कहा गया. विधानसभा चुनाव से पहले प्रदेश में विधान परिषद स्थानीय निकाय क्षेत्र के चुनाव कराए जा सकते हैं. इस पर भी चर्चा की गई. सभी एमएलसी से इसकी तैयारी करने को कहा गया.
बता दें कि विधान परिषद की स्थानीय निकाय क्षेत्र की 35 सीट का कार्यकाल 7 मार्च 2022 को खत्म हो रहा है. हालांकि विधानसभा चुनाव के चलते इन्हें इसी साल दिसंबर तक भी कराया जा सकता है. वर्तमान में उच्च सदन यानी विधान परिषद में सपा बहुमत में है. बीजेपी उच्च सदन में बहुमत के लिए पूरी कोशिश कर रही है.
दिसंबर में हो सकते हैं 35 सीटों पर चुनाव
विधान परिषद की स्थानीय निकाय क्षेत्र की 35 सीटों का कार्यकाल 7 मार्च 2022 को खत्म हो रहा है. इन सीटों पर चुनाव के लिए महापौर, नगर पालिका चेयरमैन, क्षेत्र पंचायत सदस्य, ग्राम प्रधान, जिला पंचायत सदस्य, जिला पंचायत अध्यक्ष वोटिंग करेंगे. वर्तमान में विधान परिषद में सपा के 48, बीजेपी के 32, बसपा के 6, कांग्रेस के 2, अपना दल के एक, शिक्षक दल के एक, निर्दलीय समूह के 2, निर्दलीय 3 हैं. जबकि 5 पद रिक्त हैं.
हाल ही में हुए पंचायत चुनाव में जिला पंचायत सदस्य और क्षेत्र पंचायत सदस्य चुनाव में तो सपा ने अच्छा प्रदर्शन किया, लेकिन अध्यक्ष और ब्लॉक प्रमुख बनने की बारी आई तो सपा को करारी शिकस्त मिली. इसे लेकर अखिलेश यादव ने सभी जिलों की रिपोर्ट भी मंगाई थी. अधिकतर जिले तो अपनी रिपोर्ट पहले ही दे चुके, लेकिन कुछ एमएलसी आज खुद रिपोर्ट लेकर पहुंचे. बैठक में 15 जुलाई प्रदेश की सभी तहसीलों में होने वाले सपा के प्रदर्शन पर भी चर्चा हुई और रणनीति बनी.
ये भी पढ़ें: