Akhilesh Yadav News: संसद के मानसून सत्र के दौरान सोमवार को दिल्ली अध्यादेश विधेयक राज्यसभा में पेश किया गया. इससे पहले ये बिल लोकसभा में पेश हो चुका है और इस बिल के खिलाफ आम आदमी पार्टी और कांग्रेस ने सदन में उठाई. वहीं अब दिल्ली अध्यादेश विधेयक को उत्तर प्रदेश के पूर्व मुख्यमंत्री और समाजवादी पार्टी के राष्ट्रीय अध्यक्ष अखिलेश यादव ने भी अवाज उठाई है. सपा मुखिया अखिलेश यादव ने इस बिल को लेकर एक्स (ट्विटर) पर ट्वीट कर बीजेपी से एक सवाल किया है.
सपा मुखिया अखिलेश यादव ने एक्स पर ट्वीट कर लिखा- ‘दिल्ली अध्यादेश’ पर जनता की तरफ़ से हमारा भाजपा से सिर्फ एक सवाल है: अगर दिल्ली में भाजपा की सरकार होती तो क्या भाजपा ये अध्यादेश लाती? बता दें कि आज राज्यसभा में कांग्रेस सांसद अभिषेक मनु सिंघवी ने इस विधेयक पर बोलते हुए कहा कि यह शक्तियों पर निर्बाध कब्जा है, यह एक टेकओवर है. इसका एक उद्देश्य अधिकारियों को डराना है.
केंद्रीय गृह मंत्री अमित शाह ने सोमवार दोपहर राज्यसभा में दिल्ली सरकार (संशोधन) विधेयक' पेश किया. दिल्ली सर्विस बिल पर राज्यसभा में बोलते हुए राघव चड्डा ने कहा कि गृहमंत्री से कहना चाहता हूं कि नेहरूवादी मत बनिए, आडवाणीवादी बनिए. दिल्ली अध्यादेश को लेकर राघव चड्ढा ने कहा कि इससे ज्यादा असंवैधानिक बिल भारत में पहले कभी नहीं आया होगा. ये बिल इसलिए लाया जा रहा है कि दिल्ली सरकार की शक्ति को ध्वस्त किया जाए वो इसलिए 25 सालों से बीजेपी दिल्ली विधानसभा चुनाव नहीं जीती है. खासकर 2013 के बाद अरविंद केजरीवाल के सामने बीजेपी ने जो चुनाव लडा उसमें बीजेपी की बुरी तरह हार हुई है. देश के लोकतंत्र को बचाने के लिए सभी पार्टी साथ आएंगी, यहां तक कि बीजेपी के कुछ सांसद हैं. जो देश के संविधान से उतनी ही मोहब्बत करते हैं जितने हम.