Akhilesh Yadav Ghazipur Visit: समाजवादी पार्टी के मुखिया अखिलेश यादव गुरुवार को गाजीपुर के लुटावन महाविद्यालय (Lutawan College) पहुंचे. यहां उन्होंने पूर्व मंत्री स्वर्गीय कैलाश यादव (Kailash yadav) की मूर्ति अनावरण किया. इसके बाद जनसभा को भी संबोधित किया. इस दौरान उनके मंच पर जाति जनगणना की मांग करता हुआ बैनर भी लगा दिखा. सपा अध्यक्ष अखिलेश यादव ने कहा कि मैं पीतांबरा मंदिर जाना चाहता था, लेकिन बीजेपी कार्यकर्ताओं ने मुझे वहां नहीं जाने दिया. उन्होंने सवाल करते हुए कहा कि वहां पुलिस फोर्स क्यों नहीं थी. इसी दौरान हमें पता चला कि हमारी सिक्योरिटी कम क्यों की गई है. ये लोग कहीं न कहीं आप लोगों को भी अपमानित करा देंगे. उन्होंने कहा भगवान सबके हैं. वह भगवान के ठेकेदार नहीं हैं. हम अपने घर में मूर्ति रख लेंगे, क्या बीजेपी के लोग इससे मुझे रोक देंगे.
कार्यक्रम के बाद पत्रकारों से बात करते हुए अखिलेश यादव ने कहा कि बीजेपी कभी सामने नहीं आना चाहती. मैं कहना चाहूंगा कि उन्हें महाभारत का ज्ञान बहुत है. महाभारत में कर्ण ने क्या फील किया था. इस पर रामधारी सिंह दिनकर ने भी लिखा है. बीजेपी को उन भावनाओं को याद करना चाहिए, तब वह उसको महसूस करेंगे. उन्होंने कहा कि बीजेपी में जितने भी पिछड़े हैं, सबकी आत्मा मर गई है. ये लोग जाति जनगणना नहीं चाहेंगे. नौकरियों में जो भेदभाव हो रहा है, जो आरक्षण का सीन है, उस पर कभी नहीं बोलेंगे.
लोकसभा चुनाव में बेहतर रहेगा हमारा परिणाम
इस कार्यक्रम में 2024 का आगाज समझा जाए, इस पर उन्होंने कहा कि समाजवादी पार्टी लगातार काम करती रहेगी. लोकसभा की अधिक से अधिक सीटें जीतना हमारा लक्ष्य है. इस दौरान उन्होंने दावा किया कि पिछले चुनाव में हमने जितनी सीटें जीती थीं, इस बाद उससे बेहतर परिणाम सामने आएंगे. उन्होंने स्पष्ट किया कि अभी उनके गठबंधन में जो दल हैं, उसके अलावा किसी भी पार्टी को शामिल नहीं किया जाएगा. लगे हाथ उन्होंने इन्वेस्टर समिट पर भी उन्होंने तंज कसा. कहा कि आप सूट पहनकर जाइए और टाई लगा लीजिए.
आप तो समझ ही रहे हांंगे कि गुंडा कौन
एक दिन पहले ही डिप्टी सीएम केशव प्रसाद मौर्य के समाजवादी पार्टी को गुंडा करार देने के बयान पर भी उन्होंने पलटवार किया. कहा कि आप लोग समझ ही रहे होंगे कि गुंडा कौन होगा. हम पर अगर कोई मुकदमा रहा हो तो बता दो. वह ऐसा इसलिए बोल रहे हैं कि खुद उनके मुकदमे वापस हुए हैं. क्योंकि उन्हें एक्सटेंशन चाहिए था. उन्होंने कहा कि बीजेपी में जो पिछड़ा चला जाता है, उसकी आत्मा मर जाती है. उन्हें खुद अपमानित किया जा रहा है. उन्होंने कहा कि केशव प्रसाद मौर्य को शर्म आनी चाहिए. समाजवादी पार्टी की मांग है. हम जाति जनगणना चाहते हैं.
काउ हग डे पर भी ली चुटकी
14 फरवरी को "काउ हग डे" मनाने के बीजेपी के अभियान पर अखिलेश यादव ने कहा कि दुनिया के किसी कोने में गाय के पास बैठ कर के उसे स्पर्श किया जाता है. कई बार लोगों का अनुभव अच्छा होता है, मुझे नहीं पता कि बीजेपी क्यों ऐसा नाम दे रही है. उन्होंने कहा कि मुझे लगता है कि जानबूझकर के इस पर कोई रिसर्च किया होगा. बिना रिसर्ज के नाम का प्रयोग करना ठीक नहीं है. हिंदी में भी नाम हो सकता था. देश की राष्ट्रीय पार्टी होने के बाद भी कोई हिंदी में नाम नहीं ढूंढ सकते थे. गले मिलने की बात है, छूने की बात है, स्पर्श की बात है. गाय को स्पर्श करने का दिन भी इस अभियान का नाम हो सकता था. लेकिन, हग डे. उन्होंने बीजेपी को अपनी भाषा में सुधार करने की भी नसीहत दे डाली. इस दौरान उन्होंने सीएम योगी आदित्यनाथ पर भी कई बयान दिये.
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