UP News: महाराष्ट्र के सपा प्रदेश अध्यक्ष अबु आसिम आजमी (Abu Azmi) ने आजमगढ़ लोकसभा सीट (Azamgarh) से चुनाव लड़ रहे बसपा और बीजेपी के उम्मीदवारों पर निशाना साधा है. सपा प्रत्याशी धर्मेंद्र यादव (Dharmendra Yadav) के लिए जन समर्थन जुटाने आजमगढ़ पहुंचे अबु ने बसपा प्रत्याशी शाह आलम गुड्डू जमाली (Guddu Jamali) और बीजेपी के दिनेश लाल यादव निरहुआ (Nirahua)पर बड़ी बात कह दी. उन्होंने गुड्डू जमाली को जहां थूक कर चाटने वाला करार दिया, वहीं निरहुआ को लेकर कहा कि ठुमका लगाने वाले को आजमगढ़ की जरूरत नहीं है.
अबु आजमी ने गुड्डू जमाली पर तंज मारते हुए कहा कि उन्होंने थूक कर चाटने का काम किया है. जिस बीएसपी सुप्रीमो मायावती के खिलाफ गंभीर आरोप लगाकर वह पार्टी से बाहर हुए थे, आज उसी बीएसपी की गोद में बैठकर चुनाव लड़ रहे हैं. अबु आजमी ने कहा कि विधानसभा उचुनाव में बीएसपी छोड़ने के बाद जमाली सपा में शामिल होना चाहते थे लेकिन उन्होंने आजमगढ़ के जिला अध्यक्ष को विश्वास में नहीं लिया इसलिए वे पार्टी जॉइन नहीं कर पाए. आज भी मौका है कि वह पार्टी से माफी मांग लें.
'ठुमका लगाने वाले की नहीं, गंभीर नेता की जरूरत'
अबु का अगला निशाना बीजेपी के प्रत्याशी दिनेश लाल यादव निरहुआ थे. जिसके बारे में उन्होंने यहां तक कह दिया कि वह निरहुआ ठुमका लगाने वाले हैं और आजमगढ़ की जनता को ठुमका लगाने वाले की जरूरत नहीं है. उन्होंने कहा कि आजमगढ़ की जनता को एक गंभीर नेता की जरूरत है जो मजबूती से यहां की समस्याओं को सदन में रख सके. अबु ने सपा कार्यालय में मीडिया को संबोधित करते हुए कहा कि आजमगढ़ समाजवादियों का ही गढ़ नहीं है बल्कि धर्मनिरपेक्षता का भी गढ़ है और हमें पूरा भरोसा है कि सपा उपचुनाव में प्रचंड बहुमत से जीत दर्ज करेगी. उन्होंने कहा कि बीजेपी से केवल सपा लड़ रही है जबकि बीएसपी और कांग्रेस अपना वजूद खो चुकी हैं.
जुमे पर हुई हिंसा पर यह बोले अबु
वहीं, जुमे के दिन प्रयागराज और सहारनपुर सहित देश के कई इलाकों में हुई हिंसक झड़प पर सपा नेता ने कहा कि जब प्रधानमंत्री के खिलाफ टिप्पणी करने वालों को जेल भेज दिया जाता है तो पैगंबर साहब के खिलाफ बोलने वाली नूपुर शर्मा को जेल क्यों नहीं भेजा जा रहा? अगर नूपुर शर्मा को जेल भेज दिया जाता तो इस तरह की समस्याएं नहीं आतीं. वहीं, उन्होंने ने भगवान शिव के खिलाफ बयान देने वाले सपा एमएलसी लाल बिहारी यादव पर भी कार्रवाई किए जाने की वकालत की. उन्होंने कहा कि देश में ऐसा कानून बनाया जाए जिसके अंतर्गत धार्मिक भावनाओं को ठेस पहुंचाने वालों या महापुरुषों को अपमानित करने वालों को जेल भेजने के बाद 5 साल तक जमानत ना मिले. वहीं, उन्होंने हिंसक प्रदर्शन के बाद आरोपियों के घरों पर चले बुलडोजर पर विरोध जताते हुए कहा कि इसे लोकतंत्र समाप्त हो जाएगा.
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