SP Minority Leaders Meeting: लोकसभा चुनाव की तैयारियों में जुटी समाजवादी पार्टी (Samajwadi Party) ने अपने पीडीए (PDA) फॉर्मूले पर काम करना और तेज कर दिया है. पार्टी ने बीते दिन ओबीसी सम्मेलन किया था, जिसके बाद आज अल्पसंख्यकों को साधने की तैयारी की गई है. लखनऊ सपा दफ्तर में आज अल्पसंख्यक सम्मेलन का आयोजन किया गया है, जिसमें राज्य व राष्ट्रीय स्तर के तमाम अल्पसंख्यक समुदाय के नेता शामिल हो रहे हैं. सपा ने इस एक दिवसीय कार्यक्रम का नाम दिवंगत नेता मुलायम सिंह यादव के नाम पर 'मुलायम नगर' रखा है.
समाजवादी पार्टी के अल्पसंख्यक सम्मेलन को पार्टी अध्यक्ष अखिलेश यादव संबोधित करेंगे. जिसमें पीडीए फॉर्मूले को लेकर चर्चा की जाएगी कि किस तरह पिछड़ा, दलित और अल्पसंख्यक मिलकर एक बड़ी शक्ति बन सकते हैं और 2024 में बीजेपी का सफाया किया जा सकता है. सपा प्रवक्ता अमीक जामेई ने इस सम्मेलन को लेकर जानकारी देते हुए कहा कि इस अल्पसंख्यक सम्मेन की अध्यक्षता खुद अखिलेश यादव करेंगे. इस दौरान देश में जिस तरह अल्पसंख्यक समुदाय के लोग को चाहे वो मुस्लिम हों, सिख हों, इसाई हो या सिख किसान हो उनके अधिकारों का हनन किया जा रहा है उसे पर चर्चा होगी.
अल्पसंख्यकों को लेकर सपा की रणनीति
सपा प्रवक्ता अमीक जामेई ने कहा कि देश में अल्पसंख्यक समुदाय पर जिस तरह से बीजेपी की सरकार में सिलसिलेवार हमले हुए हैं. किसान आंदोलन में हत्याएं हुई हैं. सभी नागरिक अधिकारों पर जो भारत के संविधान ने जो अधिकारी दिए हैं, उस पर बीजेपी और आरएसएस हमला कर रही है. सम्मेलन में इन तमाम बातों पर चर्चा की जाएगी. इसके साथ ही अखिलेश यादव ने जो पीडीए का नारा दिया है. पिछड़ा, दलित, अल्पसंख्यक और मुसलमान कैसे उन्हें एक शक्ति बनाकर 2024 में बीजेपी को सत्ता से अलग करना है. उस पर बात की होगी. हम सभी मिलकर बैठेंगे और आगे की रणनीति तैयार करेंगे.
आपको बता दें अखिलेश यादव लगातार लोकसभा चुनाव में बीजेपी का मुकाबला करने के लिए पीडीए फॉर्मूले की बात कर रहे हैं. सपा अध्यक्ष का मानना है कि पिछड़ा, दलित और अल्पसंख्यकों को जोड़कर आगामी चुनाव में बीजेपी को हराया जा सकता है. यही नहीं उनका दावा है कि पीडीए फॉर्मूला ही एनडीए को हराएगा.