सपा नेता के भाई के हत्यारों को मिली उम्रकैद, फैसले के बाद जंग का मैदान बना कचहरी परिसर
सपा नेता के भाई नसीम हत्याकांड मामले में कोर्ट ने सभी आठ हत्यारोपियों को उम्रकैद की सजा सुनाई है। इस फैसले के बाद दोनों पक्षों में झड़प हो गई और देखते ही देखते कचहरी परिसर जंग का मैदान बन गया।
मुजफ्फरनगर, एबीपी गंगा। मुजफ्फरनगर में कचहरी परिसर उस समय जंग का मैदान बन गया, जब सपा नेता के भाई की हत्या के एक मामले में कोर्ट ने 8 आरोपियों को उम्र कैद की सजा सुनाई। उम्र कैद की सजा सुनाने के बाद जैसे ही पुलिस आरोपियों को लेकर जेल जा रही थी, तभी किसी बात को लेकर वादी और प्रतिवादी दोनों पक्ष आपस में भिड़ गए और दोनों पक्षों के बीच पुलिस की मौजूदगी में जमकर मारपीट हुई। इस मामले में पुलिस ने 4 लोगों को गिरफ्तार किया है।
बता दें कि साल 2010 में भोपा थाना क्षेत्र के जौली में सपा नेता मेहराजुद्दीन के भाई नसीम की गोलियों से भूनकर हत्या कर दी गई थी। हत्या के इस मामले में शुक्रवार को कोर्ट ने 8 हत्यारोपियों को उम्रकैद की सजा सुनाई । ये मामला पिछले 9 सालों से कोर्ट में विचाराधीन था। जिस पर शुक्रवार को कोर्ट ने अहम फैसला सुनाते हुए उम्रकैद की सजा सुनाई। जिसके बाद सभी हत्यारोपियों को पुलिस सुरक्षा में जेल ले जाया जा रहा था। तभी कचहरी परिसर में दोनों पक्ष आपस में भीड़ गए।
वादी और आरोपी पक्ष के बीच जमकर लात घुसे चले। कचहरी परिसर देखते ही देखते जंग का मैदान बन गया। पुलिस की मौजूदगी में सभी एक दूसरे पर टूट पड़े। गनीमत तो ये रही कि वहां मौजूद पुलिसकर्मियों ने समय रहते मामले को शांत कराया और 4 लोगों को गिरफ्तार किया, वरना एक बड़ी घटना हो सकती थी।
वादी पक्ष के वकिल हसीन हैदर जैदी ने बताया कि शुक्रवार (30 अगस्त) को नसीम हत्याकांड में सजा हुई है। सभी आठ हत्यारोपियों को उम्रकैद की सजा सुनाई गई है। 26 मई, 2010 को नसीम तारीख पर कचहरी में आ रहा था, तभी मुलाजिमों ने उसे घेर कर गोली मार दी थी। इसका मुकदमा थाना भोपा पर दर्ज हुआ था। मुकदमा नसीम के भाई शमीम ने दर्ज कराया था। यह मुकदमा एडीजे 9 कोर्ट में चला। शुक्रवार कोर्ट में सभी को उम्र कैद की सजा हुई है।
यह भी पढ़ें:
शामली में बच्चा चोरी के शक में शिक्षक को पीटने के मामले में बड़ी कार्रवाई, 40 लोगों पर केस दर्ज इस कारण अनिश्चिकालीन धरने पर बैठे भाकियू कार्यकर्ता, पैरों में बेड़ियां बांधकर कर रहे हैं प्रदर्शन