UP Politics: '2024 में बीजेपी की लंका होगी दहन', पूर्वांचल की धरती पर सपा नेता शिवपाल यादव का प्रण
UP News: सपा नेता शिवपाल यादव इस समय अपने पुराने फॉर्म में नजर आ रहे हैं और वह लगातार बीजेपी पर निशाना साध रहे है. हर बार यही दावा कर रहे हैं कि बीजेपी के खिलाफ समाजवादी पार्टी जल्द संघर्ष शुरू करेगी.
Shivpal Singh Yadav News: उत्तर प्रदेश की सियासत में पूर्वांचल काफी अहम है. सियासी लोगों को भी यह बात मालूम है, तभी तो इन दिनों शिवपाल यादव भी पूर्वांचल के दौरे पर हैं. पूर्वांचल के रण में सपा नेता शिवपाल यादव ने प्रण लिया है कि 2024 में बीजेपी की लंका दहन होगी. साल 2017 में जब शिवपाल यादव समाजवादी पार्टी से अलग हुए और उसके बाद पूर्वांचल के दौरे पर तो वो कई बार गए होंगे लेकिन जिस तरह से इस बार उनका जोरदार स्वागत पूर्वांचल में हुआ शायद बीते 6 सालों में इतना कभी नहीं हुआ. इस स्वागत के पीछे एक वजह यह भी है कि वह भतीजे अखिलेश यादव के पीछे खड़े हैं. साफ तौर पर कह रहे हैं कि उनके नेता अखिलेश यादव हैं, उन्हें पद की कोई लालसा है ही नहीं.
मतलब साफ है कि जो शिवपाल यादव पहले भतीजे अखिलेश पर वार पलटवार करते थे अब वह साफ तौर पर कह रहे हैं कि अब कभी भी पार्टी का साथ छोड़कर कहीं नहीं जाएंगे. शिवपाल यादव ने पूर्वांचल की धरती पर जो प्रण लिया है वह प्रण यही है कि साल 2024 में लंका जलेगी और 2027 में अखिलेश यादव को वह मुख्यमंत्री बनाएंगे. वह कहते हैं कि यूपी में बीजेपी को अगर कोई पराजित कर सकता है तो वह समाजवादी पार्टी है और उसे किसी गठबंधन की आवश्यकता भी नहीं है.
सपा राम और कृष्ण की अनुयायी
शिवपाल यादव इन दिनों अपने पुराने फॉर्म में नजर आ रहे हैं और वह लगातार बीजेपी पर निशाना साध रहे है. हर बार यही दावा कर रहे हैं कि बीजेपी के खिलाफ समाजवादी पार्टी जल्द संघर्ष शुरू करेगी और इस बार तो उन्होंने कहा कि अगर समाजवादी पार्टी का संघर्ष शुरू होगा तो 2024 में लंका जलेगी. शिवपाल यादव ने यह भी कहा कि उनकी पार्टी राम और कृष्ण की अनुयायी है और राम और कृष्ण दोनों को मानते हैं. उनसे जब पार्टी में पद को लेकर सवाल पूछा जा रहा है तो बार-बार यही कह रहे हैं कि उनके लिए पद कोई मायने नहीं रखता.
शिवपाल यादव बिना नाम लिए बीजेपी को लंका से जोड़ रहे हैं तो बीजेपी का साफ तौर पर कहना है कि लंका की बात तो आसरी शक्तियां करती हैं और ऐसी आसुरी शक्तियों के खिलाफ बुलडोजर चलाने का काम मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने किया है. अगर किसी को लगता है कि वह इसके खिलाफ बीजेपी का साथ देंगे तो वह साथ आ सकते हैं.
सपा को पूर्वांचल में नुकसान का डर
शिवपाल यादव भी ऐसे वक्त पर पूर्वांचल के दौरे पर पहुंचे हैं जब बीजेपी के राष्ट्रीय अध्यक्ष जेपी नड्डा भी पूर्वांचल ही आ रहे हैं. दरअसल अगर बीजेपी पूर्वांचल को अहम मान रही है तो समाजवादी पार्टी भी ओमप्रकाश राजभर के जाने के बाद यह जान रही है कि 2024 के लोकसभा चुनाव में उसे कहीं इसका नुकसान न उठाना पड़े और इसीलिए अब भतीजे अखिलेश ने चाचा शिवपाल को मिशन पूर्वांचल पर लगा दिया है.