UP News: सुहेलदेव भारतीय समाज पार्टी (सुभासपा) अध्यक्ष और योगी सरकार में मंत्री रहे ओमप्रकाश राजभर के बेटे अरविंद राजभर के द्वारा सपा महासचिव स्वामी प्रसाद मौर्य को भगोड़ा कहा था. अब राजभर के बेटे के बयान पर सपा नेता ने कहा कि उन्हें कोई प्रतिक्रिया नहीं देनी है लेकिन ओमप्रकाश राजभर ने कहा था कि अखिलेश यादव, सोनिया गांधी और मायावती एक हों तो वह उनके साथ आ जाएंगे. जब छोड़ कर चले गए तो आने का सपना क्यों देख रहे हैं. उन्होंने कहा कि आज जब वह बीजेपी की गोद में है तो वहां रहकर खुश हैं तो खुश रहें उनके जाने का उनको कोई मलाल नहीं है लेकिन उन्होंने जो किया पूरे प्रदेश ने देखा है.


इसके साथ ही स्वामी प्रसाद मौर्य ने कहा कि हम जातिवाद जनगणना और सरकार की आरक्षण समाप्त करने की नीति के खिलाफ जनता के बीच जाएंगे. 2 हजार की नोट बंद करने को लेकर उन्होंने कहा यह सरकार का फैसला था जो गलत निर्णय था और इस बीजेपी ने वापस लिया है. वहीं साधु-संतों पर दिए गए बयान को लेकर स्वामी प्रसाद मौर्य ने कहा कि स्वाभाविक रूप से जो आतंकवादी भाषा बोलता है उनका सर काटने के लिए इनाम घोषित करता है तलवार लहराता है. जुबान नाक हाथ काटने की बात करने वाले साधु संत का चेहरा दिखा कर आतंकवाद की बात करने वाले पूरे समाज को बदनाम करते हैं, ऐसे लोग संत नहीं हो सकते हैं. उन्होंने कहा कि भारतीय जनता पार्टी लोकतंत्र को कुचलने के लिए काम कर रही है. ईडी और सीबीआई का भय दिखाकर विपक्ष की आवाज पर ताला लगाया जा रहा है.


धीरेंद्र कृष्ण शास्त्री के बयान पर भी दी प्रतिक्रिया


हरदोई में एक निजी कार्यक्रम में पहुंचे स्वामी प्रसाद मौर्य समाजवादी पार्टी के कार्यालय पर पहुंचे. जहां पर कार्यकर्ताओं ने सपा नेता का स्वागत किया. इस दौरान उन्होंने बागेश्वर धाम के कथावाचक धीरेंद्र कृष्ण शास्त्री के हिंदू राष्ट्र वाले बयान पर कहा कि जो हिंदू राष्ट्र की मांग कर रहा है वह देश को बांटने का बीज हो रहा है और उसी और अग्रसर कर रहा है. ऐसी मांग संविधान और देश विरोधी मांग है.


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