2000 Rupees Note Withdraws: भारतीय रिजर्व बैंक (आरबीआई) ने 2 हजार रुपये के नोट को चलन से वापस लेने की घोषणा की है. इसके साथ ही आरबीआई ने  बैंकों को सलाह दी है कि वे तत्काल प्रभाव से 2000 रुपये के नोट जारी करना बंद करें. वहीं आरबीआई के इस फैसले पर समाजवादी पार्टी के महासचिव स्वामी प्रसाद मौर्य की प्रतिक्रिया सामने आई है. सपा नेता ने आरबीआई के इस फैसले पर बीजेपी सरकार पर हमला बोला है. सपा नेता स्वामी प्रसाद मौर्य ने कहा है कि इसे बीजेपी सरकार का भ्रष्टाचार कहें या करेंसी नीति की असफलता?


सपा महासचिव स्वामी प्रसाद मौर्य ने ट्वीट कर लिखा-" 2 हजार रूपये की नोट जारी करने वाली भाजपा सरकार कालेधन व भ्रष्टाचार पर अंकुश लगाने के बहाने बंद करने जा रही है. क्या भाजपा बताएगी की केंद्र व तमाम प्रदेशो में भाजपा की ही सरकार है तो इतने कम समय में इतना बड़ा भ्रष्टाचार एवं कालाधन सम्भव कैसे हुआ? इसे भाजपा सरकार का भ्रष्टाचार कहें या करेंसी नीति की असफलता?"



वहीं इससे पहले सपा के प्रवक्ता अमीक जामेई ने आरबीआई के फैसले के बाद ट्वीट किया, "नोटबंदी की क्रूरता में हजारों जानें गईं. बीजेपी ने कहा आतंकवाद, भ्रष्टाचार और काला धन की कमर टूट जाएगी. चिप वाली 2000 रुपये के नोट बंद का एलान बताता है कि आर्थिक मोर्चे पर फेल, कॉर्पोरेटपरस्त नरेंद्र मोदी ने सत्ता के नशे में भारतीयों को जोकर समझा है, अब 2024 में जनता इन्हें सत्ता से बेदखल करेगी." वहीं रालोद अध्यक्ष जयंत चौधरी ने इस फैसले पर कहा कि सबसे ईमानदार प्रशासनिक की नोटबंदी एक गलती थी! इसके अलावा रालोद के व्यापार प्रकोष्ठ के प्रदेश अध्यक्ष रोहित अग्रवाल ने कहा कि साल 2016 में एक बार अपने ऐसे ही निर्णय से मोदी सरकार ने बड़े-बड़े दावे किए थे परंतु हाथ कुछ नहीं लगा था. एक बार पुनः जनता को लाइन में खड़ा करने की साजिश है.


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