Ramcharitmanas Row: समाजवादी पार्टी नेता स्वामी प्रसाद मौर्य इस समय अपने बयानों को लेकर चर्चा में बने हुए हैं. इसी बीच स्वामी प्रसाद मौर्य ने बीजेपी पर फिर से हमला बोला है, सपा नेता ने कहा कि जब अखिलेश यादव ने मुख्यमंत्री आवास को छोड़ा तो धर्म की नौटंकी करने वालों ने उसे गौ मूत्र से धोया. इसके साथ ही सपा नेता ने कहा कि हमारे लिए भारतीय संविधान सबसे बड़ा धर्मग्रंथ है. वहीं स्वामी प्रसाद मौर्य ने मायावती के ट्वीट पर निशाना साधा, उन्होंने कहा कि हिन्दू धर्म ही ऐसा धर्म है जो अपने ही धर्मावलंबियों को प्रताड़ित करने का काम करता है. ऐसा किसी और धर्म में नही है. 


इसके साथ ही उन्होंने कहा कि बाबा साहेब को भारत में हमेशा जाति, उत्पीड़न और अपमान को झेलना पड़ा. इसी से तंग आकर उन्होंने कहा कि मैं हिंदू धर्म में पैदा हो गया था वो मेरे वश में नहीं था लेकिन मैं हिंदू धर्म में नहीं मरूंगा ये मेरे वश में है. इसलिए बाबा साहेब ने दसियों हजार लोगों के साथ नागपुर में बौद्ध धर्म अपनाया था. जब बीजेपी की सरकार बनी तो उन्होंने 5 कालीदास मार्ग को गंगाजल से धोया क्योंकि वो शूद्र थे, उन्हें उससे मतलब नहीं था की वो पूर्व मुख्यमंत्री थे. देश के सबसे बड़े विद्वान बाबा साहेब को अपमानित किया और अखिलेश के बाद कालीदास मार्ग को गौ मूत्र और गंगाजल से धोया.


वहीं उन्होंने कहा कि जब साल 2019 में सपा और बसपा गठबंधन हो गया तो 1995 का विवाद अपने आप ही खत्म हो गया. आज नेता जी हमारे बीच नहीं हैं और उनकी ना मौजूदगी में कोई बात करने उनके सम्मान के खिलाफ होगा. आज जब हमने सम्मान और अधिकार की बात की तो ढोंगी बाबा लोग सामने आ गए. स्वामी प्रसाद मौर्य ने कहा कि होसबोले जैसे बड़े नेता को भी बोलना पड़ा, मैं उनसे कहना चाहूंगा कि अगर आप हिंदू समाज के हितैषी हैं तो आप महिला, दलित, वंचित के खिलाफ हो रही गलत बयानबाजी का विरोध नहीं करेंगे तब तक हिंदुओं का स्वाभिमान नहीं होगा.


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