(Source: ECI/ABP News/ABP Majha)
UP Politics: सपा प्रमुख को समन, उदयवीर सिंह ने बीजेपी पर बोला जुबानी हमला, कहा- बना रही दबाव
UP News: सपा अध्यक्ष अखिलेश यादव को CBI ने नोटिस जारी किया है.सपा नेता उदयवीर सिंह ने अखिलेश यादव को नोटिस मिलने पर मीडिया से बातचीत में कहा कि सीबीआई और ईडी बीजेपी के प्रकोष्ठ के तौर पर काम करते हैं.
Akhilesh Yadav CBI Notice: सपा प्रमुख अखिलेश यादव को सीबीआई ने नोटिस जारी किया हैं. 29 फरवरी(गुरुवार) को उन्हें दिल्ली में पेश होना हैं. यह पूरा मामला 2012 से लेकर 2016 तक के अवैध खनन को लेकर हैं. हैं जब अखिलेश यादव मुख्यमंत्री थे. नोटिस में कहा गया है कि मामले से जुड़े कुछ सवालों के जवाब देने के लिए अखिलेश यादव को सीबीआई के समक्ष दिल्ली कार्यालय में उपस्थित होना होगा.
इस मामले पर सपा नेता उदयवीर सिंह ने प्रतिक्रिया भी दी है. उन्होंने मीडिया से बातचीत में कहा कि सीबीआई और ईडी के माध्यम से मानसिक दबाव बनाया जा रहा हैं. सीबीआई और ईडी बीजेपी के प्रकोष्ठ के तौर पर काम करते हैं. उन्होंने यह भी कहा कि बीजेपी सीट जीतने को लेकर यूपी में झूठे वादे करती हैं. योगी को अपना राज्य चलना चाहिये. उसके बाद बड़े -बड़े वादे करनी करनी चाहिए. पहले किसने विधायकों को रोका था अयोध्या जाने को कि अब बोल रहे विधायकों को अयोध्या जाने के लिए.
क्या हैं पूरा मामला
अखिलेश यादव को हाईकोर्ट ने 6 साल पहले 28 जुलाई 2016 को ये आदेश दिया था. जिसके बाद सीबीआई ने मामला दर्ज किया था. जिसमें डीएम हमीरपुर, जियोलॉजिस्ट, माइनिंग ऑफिसर, क्लर्क, लीज होल्डर और प्राइवेट और अज्ञात लोगों के खिलाफ 120 बी, 379, 384, 420, 511 मामला दर्ज किया था. 5 जनवरी 2019 को 12 जगहों में सीबीआई ने छापे भी मारे थे और काफी कैश और गोल्ड बरामद हुआ था. इस मामले में सीबीआई ने अखिलेश को 29 फरवरी को विटनेस के तौर पर सीबीआई ने सीआरपीसी 160 के तहत गवाह के तौर पर बुलाया है.
'सीबीआई के समन पर क्या बोले अखिलेश यादव'
सपा प्रमुख अखिलेश यादव ने कहा लोकसभा चुनाव नजदीक हैं, चुनाव की वजह से उन्हें परेशान करने के लिए नोटिस भेजा गया हैं. उन्होंने ये भी कहा कि जब भी चुनाव आते हैं तो सीबीआई विपक्ष के नेता को नोटिस भेज देती हैं. अखिलेश यादव ने यह भी कहा कि सीबीआई के निशाने पर सपा सबसे ज्यादा हैं. मुझे 2019 में भी नोटिस भेजा गया था उस समय भी लोकसभा चुनाव होने थे. अब भी लोकसभा चुनाव होने है इसलिए मुझे नोटिस भेजा गया हैं. अगर बीजेपी ने अपने 10 साल के कार्यकाल में काम किया है तो ये घबराहट क्यों है.
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