Moradabad News: आज़म खान (Azam Khan) के करीबी सपा नेता यूसुफ मलिक (Yusuf Malik) को सुप्रीम कोर्ट (Supreme Court) के आदेश के बाद रामपुर जेल (Rampur Jail) से बुधवार की रात रिहा कर दिया गया. सुप्रीम कोर्ट के आदेश के बाद रामपुर की कोर्ट से उनकी रिहाई का परवाना जिला कारागार में भेज दिया गया था, जिसके बाद कल उन्हें रिहा कर दिया गया. युसुफ मलिक एक साल बाद जेल से बाहर आए हैं. जेल से बाहर आते ही उनके समर्थकों ने जोरदार स्वागत किया.
इस दौरान सपा नेता युसुफ मलिक ने सुप्रीम कोर्ट का शुक्रिया अदा किया और कहा कि उनके ऊपर लगाए गए मुकदमे फर्जी थे और गलत तरीके से उनकी संपत्ति को जब्त किया. जेल से बाहर आने के बाद वो सीधा सपा नेता आजम खान से मिलने उनके घर पहुंचे.
जानें क्या था मामला?
यूसुफ मलिक के खिलाफ 26 मार्च 2022 को मुरादाबाद के सिविल लाइंस थाने में अपर नगर आयुक्त ने हाऊस टैक्स वसूलने को लेकर धमकाने के आरोप में उनके खिलाफ रिपोर्ट दर्ज कराई थी. मुरादाबाद पुलिस ने यूसुफ मलिक के खिलाफ गैंगस्टर एक्ट के तहत भी कार्रवाई की थी और उनकी संपत्ति जब्त कर ली गई थी. जिसके बाद पुलिस ने उन पर 25 हजार का इनाम भी घोषित किया था. इसके बाद उनके खिलाफ रासुका NSA की कार्रवाई की गई.
पुलिस का चारों तरफ से दबाव बनता देख सपा नेता यूसुफ मलिक ने 4 अप्रैल 2022 को रामपुर की सीजेएम कोर्ट में आत्मसमर्पण कर दिया था, जिसके बाद उन्हें जेल भेज दिया गया. तब से यूसुफ मलिक रामपुर जेल में बंद थे. यूसुफ मलिक को सपा नेता आजम खां का करीबी माना जाता है. मुरादाबाद पुलिस और प्रशासन ने यूसुफ मलिक पर शिकंजा कसने के लिए उनके खिलाफ रासुका NSA की कार्रवाई की और उनकी संपत्ति को भी जब्त कर लिया गया था. इसके खिलाफ यूसुफ मलिक के वकीलों ने सुप्रीम कोर्ट का दरवाजा खटखटाया था जिस पर सुनवाई करते हुए सुप्रीम कोर्ट ने राज्य सरकार की ओर से की गई रासुका की कार्रवाई को निरस्त करते हुए युसूफ मलिक को तत्काल रिहा करने के आदेश दिए.
सुप्रीम कोर्ट ने दिए रिहाई के आदेश
सुप्रीम कोर्ट ने युसूफ मलिक के खिलाफ हुई NSA की कार्रवाई को कानून का दुरुपयोग बताते हुए इसे राजनीतिक प्रतिशोध बताया था और उन्हें तुरंत रिहा करने का आदेश देते हुए यूपी सरकार को कड़ी फटकार लगाई थी. सुप्रीम कोर्ट के आदेश के बाद सपा नेता यूसुफ मलिक 374 दिन बाद बुधवार की देर रात रामपुर की जेल से रिहा किए गए. देर रात जब वो मुरादाबाद अपने घर पहुंचे तो उनसे मिलने आने वालों का घर पर तांता लग गया. लोगों ने फूल मालाओं और मिठाई खिलाकर उनका स्वागत किया.
रिहा होने के बाद क्या बोले सपा नेता
इस दौरान सपा नेता ने सुप्रीम कोर्ट का शुक्रिया अदा किया और कहा कि उनपर जो फर्जी मुकदमे लगाए गए और जो उनकी संपत्ति जब्त की गई वो सब गलत है. अदालत से मुझे न्याय मिला है. मेरे परिवार पर हो रहे अत्याचार का न्यायालय ने संज्ञान लिया और हमें न्याय दिया, इसके लिए मैं अल्लाह को शुक्रिया अदा करूंगा. मेरे पास जो भी संपत्ति है वह मेरी पैतृक संपत्ति है. बाप दादा से मिली है. मैंने कोई गलत काम नहीं किया.
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