UP Politics: इरफान सोलंकी के समर्थन में उतरे सपा विधायक, कहा- 'पुलिस को टूल की तरह किया जा रहा इस्तेमाल'
Kanpur News: सपा विधायक इरफान सोलंकी ने जिस तरह कोर्ट परिसर में सीसामऊ विधानसभा से विधायक पद से इस्तीफा देने की बात कही है उसके बाद से उनकी विधानसभा में उपचुनाव की हलचल तेज हो गई है.
UP News: समाजवादी पार्टी विधायक इरफान सोलंकी पर पिछले साल 2022 में नवंबर से अब तक आठ नए मुकदमे लिखे गए हैं. जिनमें गैंगस्टर से लेकर तमाम गंभीर धाराओं में इरफान उनके भाई रिजवान और तमाम करीबियों पर केस दर्ज किए गए हैं. अब सपा विधायक इरफान सोलंकी के मामले को लेकर सपा-बीजेपी विधायक आमने-सामने आ गए हैं. समाजवादी पार्टी के विधायक अमिताभ बाजपेई ने पुलिस पर गंभीर आरोप लगाते हुए कहा है कि पुलिस को इरफान के मामले में टूल की तरह इस्तेमाल किया जा रहा है और यह यूपी पुलिस यानी UPP नहीं बल्कि बीजेपी UPP की तरह काम कर रही है.
वहीं इस मामले को लेकर भारतीय जनता पार्टी के विधायक सुरेंद्र मैथानी का कहना है कि इरफान सोलंकी को अदालत की व्यवस्था पर भरोसा रखना चाहिए अगर उन्होंने कुछ गलत नहीं किया है तो कोर्ट से उन्हें न्याय जरूर मिलेगा. पुलिस पर परेशान करने का आरोप लगाते पर सुरेंद्र मैथानी का कहना है कि जिन लोगों ने इरफान के खिलाफ केस किए हैं उनके पास इसके साक्ष्य मौजूद हैं. बता दें कि शुक्रवार को इरफान सोलंकी को महाराजगंज जेल से कानपुर कोर्ट में पेशी के लिए लाया गया. जहां विधायक इरफान सोलंकी ने विधायकी से इस्तीफा देने तक की बात कह डाली. यूपी पुलिस पर परेशान करने का आरोप लगाते हुए कहा कि वह कोई अपराधी आतंकवादी नहीं है क्योंकि जो व्यवहार उनके साथ किया जा रहा है वो अपराधियों और आतंकवादियों के साथ किया जाता है. कोर्ट परिसर में इरफान का पूरा परिवार फूट-फूट कर रोता रहा और पुलिस प्रशासन पर विधायक से मुलाकात करने देने के आरोप लगाए.
सीसामऊ विधानसभा में उपचुनाव की चर्चा तेज
सपा विधायक इरफान सोलंकी ने जिस तरह कोर्ट परिसर में सीसामऊ विधानसभा से विधायक पद से इस्तीफा देने की बात कही है उसके बाद से उनकी विधानसभा में हलचल तेज हो गई है. सीसामऊ विधानसभा क्षेत्र के स्थानीय लोग मिली जुली प्रतिक्रिया दे रहे हैं. कुछ लोग इरफान के साथ ज्यादती और प्रताड़ना की बात कर रहे हैं तो कुछ कह रहे हैं कि यह इरफान के द्वारा किए गए गलत कामों का नतीजा है जिसे उन्हें भुगतना पड़ रहा है. इरफान सोलंकी पर फास्ट ट्रैक मोड में मुकदमा चलाया जा रहा है, जानकार बता रहे हैं कि आने वाले छह सात महीनों में इरफान सोलंकी पर फैसला आ सकता है. जिन धाराओं में चार्जे फ्रेम हुए हैं अगर इरफान सोलंकी को सजा होती है तो उनकी विधायकी जाना तय है. ऐसे में सीसामऊ विधानसभा में उपचुनाव की चर्चा बहुत तेजी से होने लगी है. हालांकि इसके लिए इरफान सोलंकी के कई केस में फैसला होने तक का इंतजार जरूर करना होगा.