Irfan Solanki Case: समाजवादी पार्टी (Samajwadi Party) के विधायक इरफान सोलंकी (Irfan Solanki) को आज महाराजगंज जेल (Maharajganj Jail) से कानपुर कोर्ट (Kanpur Court) में पेशी के लिए लाया गया था, जहां 7 नवंबर को जाजमऊ इलाके में जमीन कब्जाने को लेकर आगजनी मामले में सुनवाई होनी थी. जिसमें चश्मदीद कनीज जेहरा को गवाही के लिए पेश होना था, लेकिन वकीलों की हड़ताल होने की वजह से गवाही नहीं हो सकी. जिसके बाद सपा विधायक के वकील ने कोर्ट में दरख्वास्त दी है कि बार-बार महाराजगंज जेल से कानपुर कोर्ट लाने ले जाने में इरफान सोलंकी को काफी परेशानी हो रही है. 


इरफान सोलंकी ने कोर्ट में दायर याचिका में कहा कि कुछ दिन बाद रमजान भी शुरू होने जा रहे हैं और इरफान सोलंकी भी रोजा रखते हैं. ऐसे में उन्हें फिजिकल प्रेजेंस से छूट दी जाए और वीडियो कांफ्रेंसिंग के जरिए उनके सभी मुकदमों में सुनवाई की जाए. इरफान के वकील की माने तो कोर्ट ने उन्हें आश्वस्त किया है कि इस एप्लीकेशन पर सकारात्मक रूप से विचार करते हुए उन्हें इसकी इजाजत दी जा सकती है.


अखिलेश यादव को लेकर ये कहा


इस मामले पर जब सपा विधायक से बात की गई तो इरफान सोलंकी ने कहा कि उन्हें मुख्यमंत्री को लिखे गए पत्र के बाबत मालूम है और अल्लाह से न्याय की उम्मीद है. इसके साथ ही अखिलेश यादव पर सवाल पूछे जाने पर इरफान सोलंकी ने कहा कि अखिलेश उनके साथ हैं, इसमें कोई शक नहीं है. अखिलेश यादव परिवार का हिस्सा है. इस दौरान पेशी पर आए इरफान के भाई रिजवान सोलंकी ने कहा कि मां की दुआ उनके साथ है और उन्हें न्याय मिलेगा.


इरफान सोलंकी ने एबीपी गंगा से कहा कि कानपुर की जनता, मेरी विधानसभा की जनता जानती है. मेरा वकील, मेरा अल्लाह है कि सब जानते हैं कि मेरे ऊपर लगाए गए मुकदमे सही है या फर्जी है. आप लोग मुझे साल 1996 से जानते हैं और आप सभी जानते हैं कि यह सारे मुकदमे मुझ पर कैसे लगाए गए हैं. वहीं दूसरी तरफ आज इरफान की पत्नी ने भी उनसे मुलाकात की जिससे वो काफी संतुष्ट दिखीं. पत्नी ने पिछली बार उनकी मुलाकात नहीं करवाने के आरोप लगाया था.


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