अपने क्षेत्र की सड़कों के पुनर्निर्माण की मांग को लेकर लखनऊ में आमरण अनशन पर बैठे अमेठी के गौरीगंज से सपा विधायक राकेश प्रताप सिंह को पुलिस ने देर रात हटाकर अस्पताल में भर्ती कराया है. सिविल अस्पताल में भर्ती राकेश प्रताप सिंह ने कहा कि उनको अपना स्वास्थ्य ठीक लग रहा था, लेकिन डॉक्टर की टीम की रिपोर्ट के बाद उनको जबरन पुलिस ने अस्पताल में भर्ती कराया है. डॉक्टर ने बताया कि विधायक दवा या कुछ भी खाने को तैयार नहीं थे. इसीलिए उनके हाथ बांधकर ड्रिप लगाई गई.


सड़कों के निर्माण कार्य ना होने पर दिया इस्तीफा
बता दें कि अमेठी के गौरीगंज विधानसभा क्षेत्र से पार्टी के विधायक राकेश प्रताप सिंह ने 31 अक्टूबर को सरदार पटेल की जयंती पर सरकार पर वादाखिलाफी का आरोप लगाते हुए अपनी विधानसभा सदस्यता से इस्तीफा दे दिया और हजरतगंज (अटल चौक) में गांधी प्रतिमा के पास अनशन पर बैठ गये थे.


विधायक के आरोप
राकेश सिंह ने कहा कि सड़क निर्माण में अधिकारी स्तर पर भ्रष्टाचार हुआ जिसे छिपाने के लिए पूरा तंत्र लगा है. उन्होंने कहा की ये मामला ग्राम विकास मंत्री मोती सिंह के विभाग में आता है. वो खुद भी इसे लेकर पत्र लिख चुके हैं, लेकिन काम नहीं हुआ. राकेश सिंह ने कहा की सड़क कोई बनवाये उन्हें इससे मतलब नहीं. वो पिछले साल से प्रयास कर रहे हैं, लेकिन काम नहीं हुआ. 


राकेश सिंह ने आगे कहा कि खराब सड़कों की वजह से 17 लोगों की जान जा चुकी है. कई लोग हादसों में घायल हो चुके हैं. सपा विधायक ने कहा कि वो अपने लिए कुछ नहीं मांग रहे, बल्कि जनता के लिए मांग रहे हैं. उन्होंने कहा की या तो सड़क बनाएंगे या जान देंगे. फिलहाल उनके बाकी साथी अनशन पर बैठे हैं. लड़ाई जारी रहेगी.



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