UP Politics: बकरीद (Eid ul Adha 2023) के बाद संभल में 10 लोगों को गिरफ्तार कर पुलिस ने चालान किया था. पुलिस की कार्रवाई से मुसलमान गुस्से में थे. उन्होंने सपा सांसद डॉ शफीकुर्रहमान बर्क (SP MP Shafiqur Rahman Barq) से पुलिस की ज्यादती की शिकायत की. सींग हड्डी से हैंडी क्राफ्ट बनाने वाले कारीगर बड़ी संख्या में सपा सांसद के आवास पर पहुंच गए थे. कारीगरों की बात सुनने के बाद उन्होंने पुलिस की कार्रवाई का विरोध किया. सपा सांसद ने खुलेआम सरकार को धमकी दी. उन्होंने कहा कि सरकार अब चाहती है कि मुसलमान उत्तर प्रदेश छोड़ दें. उन्होंने सरकार से लिखित में मांग कर डाली.


'बीजेपी सरकार की मंशा मुसलमानों को बेरोजगार करने की'


डॉ शफीकुर्रहमान बर्क ने कहा कि सरकार से लिखित में मिलने के बाद बताएंगे कि मुसलमान कैसे जाएंगे. उन्होंने उत्तराखंड का हवाला देते हुए कहा कि देश प्रदेश हिंदू मुसलमानों दोनों का है. बीजेपी सरकार की मंशा मुसलमानों को बेरोजगार करने की है. उन्होंने सरकार की मंशा की निंदा की. सपा सांसद ने आरोप लगाया कि अधिकारी संभल का माहौल खराब करने में लगे हैं. उन्होंने कहा कि हिंदू-मुस्लिम भाईचारे की भावना को खत्म नहीं होने दिया जाएगा. उन्होंने अधिकारियों को सुधर जाने की चेतावनी दी.


आखिर क्यों भड़के संभल से सपा सांसद शफीकुर्रहमान बर्क? 


नहीं सुधरने पर सपा सांसद ने संसद में मामला उठाने की बात कही. उन्होंने कहा कि संसद में मुद्दा उठाकर मुसलमानों के साथ हो रही नाइंसाफी से दुनिया को अवगत कराऊंगा. उन्होंने साजिश के तहत देश को कमजोर करने का आरोप लगाया. संभल प्रशासन ने कुर्बानी के बाद बचे अवशेषों से फैल रही दुर्गंध पर सख्ती बरती थी. 10 लोगों को गिरफ्तार कर चालान किया गया था. बता दें कि उत्तर प्रदेश में शांतिपूर्वक और हर्षोल्लास के साथ बकरीद का त्योहार मनाया गया. नमाज के बाद मुसलमानों ने तीन दिनों तक कुर्बानी दी. 


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