Sambhal News: देश में समान नागरिक संहिता लागू किए जाने की केंद्र सरकार की तैयारी पर संभल से समाजवादी पार्टी के सांसद डॉ शफीकुर्रहमान बर्क ने प्रतिक्रिया दी है. सपा सांसद ने कहा की इसमें मेरी राय है की देश में मुख्तलिफ मजहब के मुख्तलिफ बिरादरी के लोग मुख्तलिफ जातियों के लोग रहते हैं. सबका अपना जो जिस धर्म से ताल्लुक रखता है वह उस हिसाब से अपनी जिंदगी गुजारते हैं. देश के अंदर अब कॉमन सिविल कोड का जहां तक ताल्लुक है तो देखिए इसमें धर्म के एतबार से जो मजहबी पॉलिसी है जो इस्लाम के अलावा है ईसाइयों के अलग है सरदारों के अलग है इन सब को इकट्ठा कैसे किया जा सकता है. सामाजिक ढांचा बिगड़ा हुआ नहीं है दुनिया बने हुए हजारों साल जमाना हो गया है. जब से किसी को कोई एतराज नहीं था आज बीजेपी के गवर्नमेंट को एतराज है यह गलत है कि इसकी वजह से आपस में मेलजोल नहीं हो पा रहा है.
बीजेपी की पॉलिसी के हिसाब से नफरत की पॉलिसी है उसी की वजह से यह सारे देश का ढांचा खराब है और बिगड़ा हुआ है. लेकिन इसमें गवर्नमेंट सिर्फ नफरत फैलाना चाहती है कोई अच्छा काम करने को तैयार नहीं है. यह कानून बनाना चाहते हैं यह चलेगा नहीं. दुनिया के जिंदगी गुजारने का तरीका है उसमें आप कोशिश कीजिए जब भी मोहब्बत का पैगाम देंगे दुनिया का ढांचा खुद भर जाएगा. खुद सब कुछ ठीक हो जाएगा यह कानून लाने से कुछ ठीक नहीं होगा. मेरे अपने जो इस्लाम का ताल्लुक है मैं उसी नजरिए से देखता हूं, मगर मैं दुनिया को इस ऐतबार से नहीं देखता मैं इस नजर से देखता हूं कि जो वहां गवर्नमेंट है वह सही पॉलिसी बनाएं और सबके साथ सही पॉलिसी बनाएं और सबको साथ लेकर चले.
सपा सांसद ने कहा कि यह नफरत की पॉलिसी खत्म कर दें आज ही नफरत की पॉलिसी खत्म कर दें. हिंदुस्तान का आज नक्शा बदल जाएगा, देखें 24 का चुनाव सर पर खड़ा है और यहां पर कई स्टेटस का चुनाव भी सर पर खड़ा है. इसलिए इनके पास कोई मसाला नहीं है कोई ऐसा मुद्दा नहीं है कि हम कह सकें कि अपने देश के लिए अच्छी है अच्छा काम किया है. बल्कि इन्होंने देश को नफरत की आग में झोंक दिया है जब नफरत की आग में झोंक रखा है तो पर्सनल आपस में मिलाओ कैसे होगा. इस नफरत के पैगाम में अब तक मोहब्बत का पैगाम नहीं जाएगा एक्टिविटी से और कानून बनाने से कुछ नहीं होगा. इससे देश में और नफरत बढ़ जाएग. सपा सांसद ने कहा कि दारुल उलूम देवबंद ने जो फरमान जारी किया है उसकी मुझे जानकारी नही है किस हिसाब से उन्होंने किया हैं.