Shafiqur Rahman Barq News: उत्तर प्रदेश के संभल से समाजवादी पार्टी के सांसद डॉक्टर शफीकुर्रहमान बर्क का एक बयान सामने आया है जिससे प्रदेश की सियासी हलचल तेज है. सपा सांसद बर्क ने कहा कि बीजेपी सरकार में इस देश में मुसलमानों पर बहुत जुल्म ज्यादती हो रही है, उन्हें जगह-जगह मॉब लॉन्चिंग कर मारा जा रहा है. मुसलमानों को मिटाने की कोशिश की जा रही है लेकिन इस से वह मिटने वाला नहीं है. मुसलमान इतना डरपोक नहीं है कि वह इन से डर जायेगा. वह आज भी पहाड़ की तरह इनके सामने डट कर खड़ा है.


सपा सांसद ने कहा कि सरकार मुसलमान के खिलाफ बहुत जुल्म कर रही है लेकिन मुसलमान इसे डरने वाला नहीं है. हर मौके पर मुसलमान के साथ जुल्म ज्यादती की गई और उन्हें मिटाने की कोशिश की गई. बेगुनाह मुसलमान लड़कों को पकड़ लिया जाता है और उनसे नारे लगवाए जाते हैं और उनके साथ मॉब लिंचिंग की जाती है. इस देश में जितना जुल्म मुसलमान के साथ हुआ है इतना आज तक किसी के साथ नहीं हुआ है.


सपा सांसद ने कहा कि विपक्ष का इंडिया गठबंधन बन चुका है और अब प्रधानमंत्री पद के चेहरे के लिए सलाह मशवरा हो रहा है. जब प्रधानमंत्री पद का चेहरा गठबंधन में तय हो जाएगा तो जनता को बता दिया जाएगा विपक्ष का गठबंधन बन चुका है. विपक्ष की तरफ से प्रधानमंत्री का चेहरा कौन होगा यह भी तय हो जाएगा. विपक्ष की 28 पार्टियों ने एक साथ बैठकर गठबंधन का नाम इंडिया रख दिया है और प्रधानमंत्री पद के चेहरे पर भी नाम तय कर लेंगे. अभी चुनाव में 6 महीने हैं प्रधानमंत्री के चेहरे पर भी सोच विचार चल रहा है जब तय हो जाएगा तो यह भी जनता के सामने आ जाएगा.


बीजेपी के दलित सम्मेलन पर क्या बोले सपा सांसद


वहीं बीजेपी के दलित सम्मेलन कराए जाने पर सपा सांसद ने कहा कि दलितों के साथ क्या-क्या हुआ है. दलित यह कभी भूल नहीं सकते इतनी जल्दी दलित बीजेपी की तरफ नहीं फिसल सकते हैं. सम्मेलन करने से दलित इन के साथ नहीं जाएंगे क्योंकि वह भी समझ रहे हैं कि चुनाव की वजह से यह सम्मेलन कर रहे हैं. इसलिए बीजेपी को इसमें कोई कामयाबी नहीं मिलेगी. संसद में आपत्तिजनक टिप्णी और बयान बाजी पर सुप्रीम कोर्ट के फैसले पर सपा सांसद ने कहा कि अपमानजनक शब्दों का इस्तेमाल चाहे सड़क पर किया जाए या फिर संसद के अंदर ऐसी असंसदीय भाषा किसी को अपमानित करने के लिए कहीं भी बोली जाए वह जुर्म ही कहलाएगा.


स्पीकर ने अभी तक क्यों नहीं की कार्रवाई 


सपा सांसद ने कहा कि संसद के अंदर जिस तरह की अपमानजनक भाषा का इस्तेमाल किया गया तो स्पीकर ने अभी तक कार्रवाई क्यों नहीं की. ऐसे सांसद पर कार्रवाई होनी चाहिए. सड़क और संसद में हुए अपराध के लिए कानून की मनोदशा बदल जायेगी क्या. कानून तो सब के लिए बराबर होना चाहिए. कानून संसद में सांसद द्वारा दिए गए अपमानजनक बयान पर भी लागू होना चाहिए. यह स्पीकर की जिम्मेदारी है कि वह ऐसे सांसद पर कार्रवाई करें लेकिन वह तो अगर उनकी पार्टी के खिलाफ कोई बात होती है तो उसे मामूली बात पर भी संसद से बाहर निकाल कर कार्रवाई कर देते हैं लेकिन इस मामले में कार्रवाई नहीं की गई. अगर किसी सांसद ने हिन्दू या मुस्लिम का अपमान किया है तो उस पर भी कार्यवाही होनी चाहिए.


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