UP News: नए संसद के उद्घाटन को लेकर सपा सांसद डॉ एस टी हसन ने एक बार फिर से बयान देकर राजनीति हलचल तेज कर दी है. जहां एक और प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने संसद में अपना प्रथम भाषण दिया तो वहीं सपा सांसद ने इस पर आपत्ति जताई. सपा सांसद ने कहा कि नए संसद भवन का प्रधानमंत्री ने उद्घाटन किया है हम लोग इस बात के खिलाफ थे इस संसद भवन से पहला भाषण राष्ट्रपति का होना चाहिए था. एक भारत श्रेष्ठ भारत की बात करने वाले क्या राष्ट्रपति को भूल गए उनका अपमान क्यों किया.
इसके साथ ही सपा सांसद ने कहा कि मेरा तो ये मानना है की ये संसद जिसके अंदर राजतंत्र का प्रतीक रखा है कहीं देश को दोबारा राजतंत्र की तरफ तो नहीं ले जाएगा. लोकतंत्र खत्म होकर राजतंत्र शुरू हो जाए, डेमोक्रेसी बड़ी मुश्किल से हमारे बुजुर्गो ने हासिल की थी. अपना खून तन मन धन और अपनी जान कुर्बान करके डेमोक्रेसी हासिल की थी. आज हालात कुछ इस तरह से हैं कि कोई किसी की बात नहीं सुनता. देश पर जो लोग रूल कर रहे है उसका मुखिया किसी की बात नहीं सुनता, कोई कितना चिल्लाता रहे कुछ भी करे उसे जो करना है वो वो करेगा.
वहीं जब उनसे पूछा गया की क्या आपको ये लगता है की राजतंत्र आने वाला है तो उन्होंने पहलवानों का जिक्र करते हुए केंद्र सरकार पर निशाना साधना शुरू कर दिया. उन्होंने कहा कि आपको नहीं लगता क्या, अगर पहलवान लोग डेमोक्रेटेड राइट्स से अपना प्रदर्शन कर रहे थे अपनी डिमांड रख रहे थे धरना दे रहे थे. उनको घसीट-घसीट कर ले गए, उन खिलाड़ियों को जिन्होंने देश का सम्मान पूरी दुनिया में बढ़ाया. जिन्होंने ओलंपिक में पदक लिए थे उनको उठाकर आपने जेल भेज दिया. उनके तंबू उखाड़ कर फेंक दिए, ये राजतंत्र में ही हुआ करता था, राजतंत्र की ही परंपराएं थीं कि आप कोल्हू में पिलवा दो, शेरों के आगे डाल दो, हाथी के पैर से कुचलवा दो और अब दूसरे तरीके हैं. अब जीप से लोगों को कुचला जाता है, मार दिया जाता है.
पहलवानों पर हुई कार्रवाई हिटलरशाही
इसके साथ ही सपा सांसद ने किसानों को रोक जाने और पहलवानों के हटाने पर हिटलर शाही बताते हुए सरकार को निशाने पर लिया और बोले ये हिटलर शाही है. वो सम्मानित लोग जिन्होंने देश का मान सम्मान बढ़ाया था पूरी दुनिया के अंदर जो ओलंपिक का पदक लेकर आए थे उनको ले गए और जेल भेज दिया. क्योंकि वो एक डिमांड कर रहे यह कि इंक्वायरी सेटअप कर दें. अगर इंक्वायरी करा देते हर्ज क्या था. दूध का दूध और पानी का पानी जो जाता, लेकिन ऐसा नहीं हुआ. उनके इस आंदोलन को कुचल दिया गया, प्रजातंत्र की रूह को बर्बाद कर दिया गया.
नई संसद के उद्घाटन के बाद सिंगोल लगाने से हिंदू राष्ट्र की चर्चाओं पर सपा सांसद बोले मेरी यही डिमांड थी की जब हिंदू रीति रिवाजों से वहां सारे काम हो रहे हैं तो इस देश में मुसलमान सिख और ईसाई भी रहते है उनके रीति रिवाज से भी हो. मैं इस बात के लिए शुक्रगुजार हूं अपनी सरकार का की मेरी बात मानी गई और उसमे कुरानखानी भी हुई और बाइबल का पाठ भी हुआ पवित्र गुरु ग्रंथ साहिब का भी पाठ हुआ.
मुलायम सिंह यादव ने पीएसी में 10% मुसलमान लिए
ऑल इंडिया मुस्लिम जमात के राष्ट्रीय अध्यक्ष मौलाना शाहबुद्दीन बरेलवी के आजम खान को अपनी अलग पार्टी बनाने की नसीहत पर सपा सांसद डॉ एस टी हसन बोले वो बेहतर है नसीहत न दें. सपा ने ही मुसलमानों का मोरल बूस्ट करा है, सपा वो पार्टी है जिसमें मुसलमानों के साथ इंसाफ हुआ है उनके हक की बात हुई है. हमने वो दौर भी देखे हैं, साल 1980 में जब मुसलमान थाने की सीढ़ी भी नहीं चढ़ा करता था. पीएसी जिस घर में चढ़ी लूटमार कर गई जिन लोगों को ले गई उसमे बहुत से लोग आज तक वापस नहीं लौटे हैं. उसी को देखते हुए मुलायम सिंह यादव ने पीएसी में 10% मुसलमान लिए ताकि बाकी लोग नाइंसाफी न करें जुल्म न करें तो सपा की बात तो छोड़िए.
सापा ने पोंछे मुसलमानों के आंसू
सपा सांसद ने कहा कि आज तक आजाद हिंदुस्तान में अगर किसी ने मुसलमानों के आंसू पोंछे है तो वो सपा ने पोंछे हैं, मोहम्मद आजम खान ने हमेशा मुसलमानो की आवाज उठाई है और आगे भी उठाते रहेंगे. वहीं आजम खान के पीछे मुसलमान की बात पर उनका कहना है की इसमें काफी हद तक सच्चाई है कि 80% मुसलमान आजम खान साहब को मानता है. उसकी हमदर्दी आजम खान साहब से है क्योंकि आजम खान ने बेफिक्र होकर इंसाफ के लिए मुसलमान की बात की है.
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