ST Hasan Reaction Over Afghanistan Issue: भारतीय राजदूत दीपक मित्तल और तालिबानी नेता शेर मोहम्मद अब्बास के बीच दोहा में हुई मुलाकात को लेकर सपा सांसद एसटी हसन (ST Hasan) की प्रतिक्रिया सामने आई है. मुरादाबाद से सपा सांसद एसटी हसन ने इस मुलाकात पर सवाल खड़े किए हैं. सपा सांसद ने कहा कि भारत सरकार की ऐसी कौन सी मजबूरी है कि तालिबान की खातिरदारी की जा रही है. हसन ने कहा कि अभी तक तो देश में ये संदेश दिया जा रहा था कि तालिबान खौफनाक आतंकवादी हैं. अगर कोई तालिबान की तारीफ कर देता था तो उसके खिलाफ मुकदमा हो जाता था. आज भारत सरकार खुद तालिबानी नेताओं से बातचीत कर रही है. 


हालांकि सांसद ने ये भी कहा कि अगर भारत सरकार मजबूर होकर देश के लोगों के लिए देशहित को ध्यान में रख कर तालिबान के सामने झुकती है तो हम सरकार के साथ हैं और कोई विरोध नहीं करेंगे.


"कंफ्यूज है भारत सरकार"
सपा सांसद ने कहा कि अगर अफगानिस्तान में हमारे लोग फंसे हुए हैं तो क्या हम इतने ताकतवर नहीं हैं कि काबुल जाकर एयरपोर्ट पर कब्जा करें और वहां से अपने लोगो को निकालें. हम सर्जिकल स्ट्राइक भी करना जानते हैं. हम उनके क्षेत्र में घुसकर भी अपने लोगों को ला सकते हैं. हसन ने कहा कि आखिर ऐसी क्या मजबूरी थी या कौन सी इमरजेंसी थी कि हमे उनसे बात करनी पड़ रही है. 


सपा सांसद ने आरोप लगाया कि भारत सरकार इस मामले में शुरू से ही कंफ्यूज रही है और अपना कोई क्लियर स्टैंड लिया नहीं लिया. उन्होंने कहा कि भारत सरकार अफगानिस्तान में तीन लाख करोड़ डॉलर का निवेश कर चुकी है. अब वो पैसा वापस कैसे लेकर आएगी.



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