हापुड़: पुलिस कस्टडी में मौत के बाद हंगामा, एसपी ने दोषी पुलिसकर्मियों के खिलाफ FIR के आदेश दिये
हापुड़ में प्रदीप नाम के शख्स की पुलिस कस्टडी में मौत के बाद बवाल थमने का नाम नहीं ले रहा है। मामला राजनीतिक रंग लेता जा रहा है। एसपी ने इस मामले में दोषी पुलिस कर्मियों के खिलाफ मामला दर्ज करने के आदेश दे दिये हैं
हापुड़, एबीपी गंगा। हापुड़ में पुलिस कस्टडी में हुई प्रदीप तोमर की हत्या के मामले में हंगामा थमने का नाम नहीं ले रहा है और यह मामला लगातार तूल पकड़ रहा है। हालात उस वक्त और बिगड़े जब सैकड़ों ग्रामीणों व पीड़ित परिवार के साथ सपा का एक प्रतिनिधिमंडल हापुड़ एसपी ऑफिस ज्ञापन देने के लिए पहुंचा। जहां सपा नेता व पूर्व मंत्री मदन चौहान व सपा नेता अतुल प्रधान और अन्य लोग एसपी ऑफिस पर धरने पर बैठ गए। साथ ही पीड़ित परिवार के साथ मिलकर हापुड़ एसपी को दोषी पुलिसकर्मियों से खिलाफ एफआईआर करने के लिए ज्ञापन सौंपा। इसमें मांग की गई है कि आरोपी पुलिसकर्मियों के विरुद्ध धारा 302 में केस दर्ज किया जाए और परिवार को सुरक्षा दी जाए।
इस पूरे मामले पर हापुड़ एसपी यशवीर सिंह का कहना है कि पिलखुवा लाखन गांव के कुछ लोग आए हैं, जिन्होंने दो दिन पहले प्रतीक की प्रतीक की मौत के संबंध में शिकायत दी है, मृतक के भाई की तरफ से तहरीर दी गई है। मैंने इंचार्ज और जो अन्य दोषी लोग हैं उनके खिलाफ एफआईआर दर्ज करने के आदेश कर दिए गए हैं।
बता दें कि तीन दिन पूर्व पिलखुआ पुलिस ने लाखन गांव के प्रदीप नाम के युवक को महिला की हत्या के आरोप में उठाया था और फिर पुलिस ने प्रदीप को उसके आठ वर्षीय नाबालिग बेटे के सामने इस तरह पीटा कि उसकी मौत हो गयी। जिसके बाद मामला गर्म हो गया और आननफानन में हापुड़ एसपी ने पिलखुआ इंस्पेक्टर योगेश बालियान समेत तीन पुलिसकर्मियों को सस्पेंड कर दिया लेकिन तहरीर ना मिलने का हवाला देते हुए मुकदमा दर्ज नहीं किया गया। वहीं इस मामले में राजनीतिक पार्टियां भी आगे आ गयी और आज सपा के पूर्व मंत्री मदन चौहान और अतुल प्रधान पीड़ित परिवार को लेकर एसपी कार्यालय पहुंच गए और तहरीर देकर आरोपियों पर जल्द कार्रवाई की मांग की ।