UP Politics: समाजवादी पार्टी से बगावत करने वाले विधायक मनोज कुमार पांडे (Manoj Kumar Pandey) 'राममय' हो गए हैं. उन्होंने राम मंदिर दर्शन पर खुद को सौभाग्यशाली माना है. मनोज पांडे ने कहा कि रामलला के चरणों में परिवार संग हाजिरी का मौका मिल रहा है. अवसर प्रदान करने के लिए रामलला का आभार प्रकट करूंगा. सपा विधायक ने कहा कि भगवान राम का दर्शन मात्र से असीम ताकत की प्राप्ति होती है. उन्होंने कहा कि प्रभु राम से ताकत की प्रार्थना करूंगा ताकि समाज के निचले पायदान पर खड़े विधानसभा क्षेत्र की जनता को मुख्यधारा से जोड़ सकूं. बता दें कि मनोज पांडे ने राज्यसभा चुनाव के बीच मुख्य सचेतक पद से इस्तीफा दे दिया था. इस्तीफे को राज्यसभा चुनाव में सपा के लिए करारा झटका माना गया.
राम मंदिर दर्शन पर बोले सपा के बागी MLA
मनोज पांडे को अखिलेश यादव का बेहद करीबी बताया जाता था. सपा छोड़ चुके स्वामी प्रसाद मौर्य के कथित विवादित बयान पर भी मनोज पांडे ने टिप्पणी की. उन्होंने कहा कि मेरी तरफ से स्वामी प्रसाद मौर्य के बयान की आलोचना हुई थी. सही नहीं बोलने वाला व्यक्ति मृत शरीर के समान होता है. उन्होंने कहा कि मैं अभी भी सपा में हूं और सपा में रहते हुए गलत टिप्पणी का विरोध किया है. विधायक मनोज पांडे ने कहा कि सनातन धर्म, भारत माता और भगवान राम पर हमला करनेवाले का अस्तित्व संपूर्ण रूप से नष्ट हो जाएगा.
राज्यसभा चुनाव में मनोज पांडे की खुली पोल
सपा के सात विधायकों ने राज्यसभा चुनाव में क्रॉस वोटिंग की थी. क्रॉस वोटिंग की वजह से आठवें उम्मीदवार संजय सेठ राज्यसभा का चुनाव बीजेपी के टिकट पर जीतने में सफल रहे. बागी विधायकों में मनोज पांडे भी शामिल थे. सपा में बगावत की पोल एक तस्वीर से खुल गई थी. यूपी विधानसभा परिसर में विधायक राकेश प्रताप सिंह, राकेश पांडे, अभय सिंह, मनोज पांडे, पूजा पाल, विनोद चतुर्वेदी, महराजी प्रजापति और आशुतोष मौर्य उपमुख्यमंत्री ब्रजेश पाठक के साथ खड़े दिखाई दिए थे. मनोड पांडे ने अखिलेश यादव की डिनर पार्टी से भी दूरी बनाई थी.