Swami Prasad Maurya: सपा नेता स्वामी प्रसाद मौर्य (Swami Prasad Maurya) के श्रीरामचरितमानस (Ramcharitmanas) पर दिए गए विवादित बयान पर जबरदस्त सियासत हो रही है. मौर्य अपने बयान पर अब भी अड़े हुए हैं तो वहीं बीजेपी समेत तमाम हिन्दू संगठन और साधु संत लगातार इस मुद्दे को लेकर स्वामी प्रसाद मौर्य और समाजवादी पार्टी (Samajwadi Party) पर हमला कर रहे हैं. हालांकि समाजवादी पार्टी ने इसे निजी बयान बताकर मामले से किनारा कर रही है. इस बीच सपा प्रदेश अध्यक्ष नरेश उत्तम पटेल (Naresh Uttam Patel) बरेली पहुंचे, जहां वो रामचरितमानस को लेकर छिड़े विवाद पर कुछ भी बोलने से परहेज करते हुए नजर आए.
बरेली पहुंचे सपा प्रदेश अध्यक्ष नरेश उत्तम पटेल से जब एबीपी गंगा के संवाददाता ने स्वामी प्रसाद मौर्य के बयान पर प्रतिक्रिया मांगी तो वो कभी बेरोजगारी तो कभी आचार संहिता का जिक्र कर सवालों से बचते हुए दिखाई दिए. रामचरितमानस विवाद पर पूछे गए सवाल पर नरेश उत्तम पटेल ने कहा कि "अभी एमएलसी चुनाव हैं, बेरोजगारी बहुत ज्यादा है" जब उनसे पूछा गया कि स्वामी प्रसाद मौर्य आपकी पार्टी के नेता है और आप प्रदेश अध्यक्ष है इसलिए आपकी जिम्मेदारी बनती है कि आप बताएं कि ये बयान उनका निजी बयान है या नहीं.
अपने बयान पर कायम हैं मौर्य
आपको बता दें कि सपा नेता स्वामी प्रसाद मौर्य अपने बयान पर अब भी कायम हैं. उन्होंने कहा कि "हमने रामायण या किसी भगवान पर टिप्पणी नहीं की है. हमने चौपाई के उस अंश पर टिप्पणी की जिसमें समस्त महिलाओं, दलितों और पिछड़ों को अपमानित करने का काम किया गया है. मैंने उस अंश को हटाने की बात की थी. जो बयान दिया था, उस पर आज भी कायम हूं."
बीजेपी लगातार स्वामी प्रसाद मौर्य और सपा पर निशाना साध रही है. बीजेपी प्रदेश अध्यक्ष भूपेंद्र चौधरी ने तो स्वामी प्रसाद मौर्य को विक्षिप्त तक कह दिया और सपा को कारसेवकों का हत्यारा तक बता दिया. वहीं कैबिनेट मंत्री नंद गोपाल नंदी ने कहा कि जैसे राहुल गांधी जैसे कांग्रेस को डुबो रहे हैं वैसे ही स्वामी प्रसाद मौर्य सपा को डुबोने का काम कर रहे हैं. वहीं आईएमसी अध्यक्ष तौकीर रजा ने कहा जो तुलसीदास ने लिखा है वही हो रहा है.