उत्तराखंड की सीमाओं पर विशेष चेकिंग, कोरोना निगेटिव रिपोर्ट के साथ ही मिल रही एंट्री
उत्तराखंड में बढ़ रहे कोविड-19 मामले अब लोगों को डराने लगे हैं. जिसके चलते अब राज्य सरकार ने एक तरफ जहां सख्ती की है तो वहीं अलग-अलग क्षेत्रों से उत्तराखंड आने वाले लोगों के लिए भी पुलिस के सामने चुनौती बनी हुई है.
देहरादून: देश में कोरोना वायरस का खतरा बढ़ता ही जा रहा है. हर रोज कोरोना वायरस के मरीजों की संख्या में इजाफा देखने को मिल रहा है. वहीं उत्तराखंड में भी कोरोना मरीजों की संख्या में बढ़ोतरी देखने को मिल रही है. जिसको देखते हुए उत्तराखंड की सीमाओं पर विशेष चेकिंग की जा रही है.
उत्तराखंड में बढ़ रहे कोविड-19 मामले अब लोगों को डराने लगे हैं. जिसके चलते अब राज्य सरकार ने एक तरफ जहां सख्ती की है तो वहीं अलग-अलग क्षेत्रों से उत्तराखंड आने वाले लोगों के लिए भी पुलिस के सामने चुनौती बनी हुई है. उत्तराखंड की अलग-अलग सीमाओं पर विशेष चेकिंग की जा रही है, जिसके पास कोरोना की निगेटिव रिपोर्ट है, उन्हीं को उत्तराखंड में एंट्री दी जा रही है.
लोगों की हो रही चेकिंग
इसके अलावा हिमाचल-उत्तराखंड बॉर्डर, उत्तर प्रदेश-उत्तराखंड बॉर्डर समेत अन्य उत्तराखंड के बॉर्डर पर रैपिड एंटीजन टेस्ट करके ही राज्य में प्रवेश दिया जा रहा है. राजधानी देहरादून के आशा रोड़ी पर भी बाहर से आने वाले लोगों की चेकिंग की जा रही है. जिनके पास कोरोना निगेटिव रिपोर्ट है, उनको ही शहर में प्रवेश करने दिया जा रहा है और जिनके पास निगेटिव रिपोर्ट नहीं है उनका रैपिड एंटीजन टेस्ट करके निगेटिव आने पर ही शहर में भेजा जा रहा है.
उत्तराखंड के अलग-अलग बॉर्डर्स पर विशेष सख्ती पुलिस की देखी जा रही है और तमाम सावधानी बरतते हुए पुलिसकर्मियों को सख्ती बरतने के आदेश दिए गए हैं. ऐसे में अब लगातार बढ़ते कोविड-19 मामले एक तरफ जहां स्वास्थ्य और सरकार की मुश्किलें बढ़ा रहे हैं तो वही कोविड के प्रबंध को लेकर पुलिस की व्यवस्था भी पुलिस के लिए चुनौती बनी हुई है.