UP News: डेंगू (Dengue), चिकनगुनिया (Chikungunya), स्क्रबटाइफस, एक्यूट इंसेफेलाइटिस सिंड्रोम और कालाजार (Kalaazar) जैसी संचारी रोगों को काबू में करने के लिए अभियान की शुरूआत हुई है. गोरखपुर (Gorakhpur) में इसके लिए विशेष संचारी रोग नियंत्रण अभियान का शुभारंभ शनिवार को हुआ. गोरखपुर के पिपराइच (Pipraich) के विधायक महेंद्र पाल सिंह ने हरी झंडी दिखाकर रैली को रवाना किया. इसके पहले वहां पर साफ-सफाई रखने के साथ संचारी रोगों से बचने के ऊपर को आत्मसात करने की शपथ भी दिलाई गई. संचारी रोग नियंत्रण अभियान दो अप्रैल से 30 अप्रैल तक चलेगा.
कब तक चलेगा अभियान
गोरखपुर के चरगांवा प्राथमिक स्वास्थ्य केन्द्र पर विशेष संचारी रोग नियंत्रण अभियान का शुभारम्भ हुआ. दो अप्रैल से शुरू हुआ विशेष संचारी रोग नियंत्रण अभियान 30 अप्रैल तक चलेगा. पिपराइच के विधायक महेंद्र पाल सिंह ने बतौर मुख्य अतिथि हरी झंडी देकर रैली को रवाना किया. मुख्य अतिथि के रूप में उपस्थित विधायक महेंद्र पाल सिंह ने लोगों को संबोधित करते हुए कहा कि संचारी रोग नियंत्रण अभियान की शुरुआत सीएम योगी आदित्यनाथ ने सिद्धार्थनगर से की है. ये 30 अप्रैल तक चलेगा. हमारे बच्चे देश का भविष्य हैं. इन्हें स्वस्थ रखने के लिए हमें प्रयास करना है. इंसेफेलाइटिस से बच्चों की मौत होती रही है. डेंगू, चिकनगुनिया, कालाजार समेत अनेक बीमारियों को नियंत्रित करने के लिए इसका शुभारंभ किया गया है.
क्या बोले सीएमओ
गोरखपुर के सीएमओ डॉ. आशुतोष कुमार दुबे ने कहा कि 2017 के पहले संचारी रोग यूपी में भयावह बीमारी की तरह रहा है. ये बीमारी का ऐसा दैत्य रहा है, जिस पर हम काबू नहीं पा रहे थे. संक्रामक रोगों को खत्म करने का सीएम योगी आदित्यनाथ ने संदेश दिया. उसी की परिकल्पना में साल में तीन बार संचारी रोग नियंत्रण माह का शुभारंभ किया. ये एक माह का कार्यक्रम होता है. आज इसका शुभारम्भ कर रहे हैं. 12 विभागों के समन्वित प्रयास करेंगे. साफ-सफाई, संक्रामक रोगों को कम करने का उपाय बताएंगे. मच्छरों को कम करने की सलाह देंगे.
क्या किया मना
सीएमओ डॉ. आशुतोष कुमार दुबे ने बताया कि 15 अप्रैल से दस्तक महाअभियान का शुभारंभ होगा. इसमें बुखार, कोरोना, मच्छर और कुपोषण और टीवी के मरीज को दूर करने के उपाय के साथ दवाओं का वितरण आशा कार्यकत्री करती हैं. नवरात्रि के दिन इसका शुभारंभ हो रहा है. शौच के बाद हाथ साबुन से अवश्य धुलें, इंडिया मार्का पंप का पानी पिएं, नौनिहालों को मोटे कपड़े पहनाएं, शौच खुले में न जाएं, झाड़ियों के पास बच्चों को न भेजें और चूहा, छछूंदर और मच्छरों को घर में न रहने दें. जनवरी से अब तक जेई-एईएस के आठ मरीज चिन्हित किए गए हैं. अब तक एक भी मौत नहीं हुई है. ये सुखद परिणाम है. सीएम समय-समय पर संवाद करते रहते हैं और मार्गदर्शन देते रहते हैं. जिसके परिणाम स्वरूप हम आज इस बीमारियों को खत्म करने की ओर अग्रसर हो चुके हैं.
कब से शुरू हुई थी ये बिमारी
संचारी रोगों का गढ़ कहे जाने वाले पूर्वी यूपी के इस क्षेत्र में इंसेफेलाइटिस जैसी बीमारी 1978 से ही कहर बरपाती रही है. साल 2017 में सीएम योगी आदित्यनाथ के प्रयासों और विशेष संचारी रोग और दस्तक अभियान से इस पर काफी हद तक काबू पा लिया गया है. इस अभियान के तहत लोगों को अपने घर और आसपास के क्षेत्र में साफ-सफाई रखने के साथ, हाथ साबुन से धोने और अन्य प्रकार की जानकारियों को साझा किया जाता है. जिससे संचारी रोगों की चपेट में आने से बच्चों को बचाया जा सके. लोगों की जागरूकता ने संचारी रोगों में काफी कमी भी आई है. संचारी रोग के बाद 15 अप्रैल से जिले में दस्तक अभियान का भी शुभारंभ किया जाएगा.
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