Kanpur BJP Preparation for Assembly Election: कानपुर बुंदेलखंड क्षेत्र में आने वाली 52 सीटों में भारतीय जनता पार्टी (BJP) ने साल 2017 के विधानसभा चुनाव (UP Assembly Election) में 47 सीटों पर जीत दर्ज की थी. इसमें कानपुर महानगर (Kanpur Mahanagar) की 3 सीटों पर भी भारतीय जनता पार्टी को हार का सामना करना पड़ा था. इन तीनों सीटों पर अब भारतीय जनता पार्टी ने विशेष फोकस किया है. पूर्व डीजीपी यूपी और बीजेपी के राज्यसभा सांसद को इन तीनों विधानसभा सीटों का पालक यानी पालनहार नियुक्त किया गया है. 


2022 के लिए बीजेपी ने कर ली है व्यूह रचना 
साल 2017 में चमत्कारिक प्रदर्शन करते हुए भारतीय जनता पार्टी ने यूपी में सत्ता हासिल की थी. कानपुर बुंदेलखंड क्षेत्र में भारतीय जनता पार्टी ने जीत का परचम लहराया था. लेकिन, कुल 52 सीटों में 5 सीटें भारतीय जनता पार्टी के खाते में नहीं आ सकी थी. इनमें तीन सीटें कानपुर महानगर की थी. ये सीटें सीसामउ विधानसभा, आर्य नगर विधानसभा और छावनी विधानसभा थी. इन तीनों ही सीटों पर कांग्रेस और समाजवादी पार्टी के गठबंधन के उम्मीदवारों ने जीत दर्ज की थी. जातियों की गोलबंदी के परिणाम स्वरूप भारतीय जनता पार्टी ने साल 2022 के लिए व्यूह रचना कर ली है. इन तीनों सीटों पर अनुसूचित जाति के मतदाताओं की ठीक ठाक संख्या को देखते हुए भारतीय जनता पार्टी ने विशेष तौर पर उत्तर प्रदेश के पूर्व डीजीपी और भारतीय जनता पार्टी के राज्यसभा सांसद बृजलाल को इनका पालक नियुक्त किया है. 


हारी हुई सीटों पर है खास फोकस 
भारतीय जनता पार्टी उन सीटों पर विशेष फोकस कर रही है जहां पर उसको पिछले चुनाव में हार का सामना करना पड़ा था और जहां पर अनुसूचित जाति का वोटर प्रभावी संख्या में है. कानपुर महानगर की जिन 3 सीटों पर बीजेपी को हार का सामना करना पड़ा था, उनमें सीसामऊ विधानसभा में करीब 15 फीसदी, आर्यनगर विधानसभा में 20 फीसदी जबकि छावनी विधानसभा में भी 15 फीसदी के आसपास अनुसूचित जाति के वोटर हैं. ऐसे में पार्टी अपने चेहरे को आगे कर सियासी नफा उठाने की कोशिश में है. 


बृजलाल ने की बैठक 
भारतीय जनता पार्टी के लिए सीसामऊ, आर्यनगर और कैंट सीट बड़ा सवाल है. ऐसे में इन सीटों पर वोटरों की गोलबंदी करने के लिए बृजलाल को आगे कर पार्टी जीत की राह पर अग्रसर होना चाहती है. बृजलाल ने कानपुर में 2 दिन प्रवास करके तीनों ही विधानसभा में ना सिर्फ बैठक की है, बल्कि उन लोगों से भी मुलाकात की है जो भारतीय जनता पार्टी की राह आसान कर सकते हैं.



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