(Source: ECI/ABP News/ABP Majha)
यूपी: लखनऊ पहुंचे कोरोना वैक्सीन को रखने वाले खास रेफ्रीजिरेटर, कब और कैसे होगा वैक्सीनेशन पढ़ें ये खास रिपोर्ट
कोरोना वैक्सीन जनवरी के पहले या दूसरे सप्ताह में आ जाएगी. इस वैक्सीन को एक निश्चित तापमान पर रखना एक बड़ी चुनौती है. इसके लिये खास तरह के रेफ्रीजिरेटर मंगाये गये हैं. सरकार वैक्सीन स्टोर करने के लिये बड़े पैमाने पर तैयारी कर रही है.
लखनऊ: कोरोना वैक्सीनेशन को लेकर तैयारियां अंतिम चरण में हैं. कोरोना की वैक्सीन को जिस खास आइस लाइन रेफ्रीजिरेटर में रखा जाएगा वो लखनऊ आ गए हैं. इसके साथ ही वैक्सीन को स्टोरेज सेन्टर से जिस खास इंसुलेटेड वैन से प्लानिंग यूनिट तक ले जाया जाएगा वो भी लखनऊ पहुंच गई है. वैक्सीन स्टोरेज सेन्टर के रेनोवेशन का काम भी 15 दिसंबर तक पूरा कर लिया जाएगा. स्वास्थ्य विभाग के अधिकारियों के अनुसार जनवरी के पहले या दूसरे हफ्ते में वैक्सीन आने की संभावना है.
जाने कैसे हैं ये खास रेफ्रीजिरेटर कोरोना वैक्सीन के लिए केंद्र सरकार की तरफ से लखनऊ के लिए फिलहाल 4 आइस लाइन रेफ्रीजिरेटर भेजे गए हैं. इस खास रेफ्रिजरेटर में 4 ट्रे और 5 खाने हैं. इसमे वैक्सीन को 2 से 8 डिग्री के तापमान के बीच रखा जाएगा. लखनऊ के अपर मुख्य चिकित्सा अधिकारी डॉ. एमके सिंह ने बताया कि एक रेफ्रिजरेटर की क्षमता 225 लीटर वैक्सीन स्टोर करने की है. यानी 4 रेफ्रिजरेटर में कुल मिलाकर एक समय पर 900 लीटर वैक्सीन रखी जा सकेगी.
इलेक्ट्रॉनिक वैक्सीन इंटेलिजेंस नेटवर्क से होगी टेम्परेचर की निगरानी कोविड की वैक्सीन को मैन्युफैक्चरर से सीधे बाई एयर लाया जाएगा. पूरी प्रक्रिया में सबसे जरूरी है कोल्ड चेन को मेन्टेन करना. डॉ. एमके सिंह ने बताया कि इसके लिए इलेक्ट्रॉनिक वैक्सीन इंटेलिजेंस नेटवर्क का इस्तेमाल करेंगे. यानी रेफ्रीजिरेटर या कूलिंग यूनिट में जैसे ही तापमान निर्धारित मानक से कम या अधिक होगा तो अलार्म बज जाएगा.
इंसुलेटेड वैन से पहुंचाई जाएगी वैक्सीन जिस वैन से वैक्सीन को लाया ले जाया जाएगा वो भी आ चुकी है. अपर मुख्य चिकित्सा अधिकारी डॉ. एमके सिंह ने बताया कि ये इंसुलेटेड वैक्सीन वैन है. यानी इसमे हवा न आ सकती है ना बाहर जा सकती है. इसी से डिस्ट्रिक्ट वैक्सीन स्टोर से वैक्सीन भेजेंगे. इसके लिए प्रॉपर रूट चार्ट भी तैयार है. वैक्सीन को प्लानिंग यूनिट पर 2-3 दिन पहले से उपलब्ध करा देंगे. सुरक्षा के लिए इसमे प्रशासन का सहयोग लिया जाएगा. प्रशासन का व्यक्ति भी साथ में रहेगा. वैन में जीपीएस होगा जिससे लगातार ट्रेसिंग होती रहे.
वैक्सीनेशन के लिए अपनाया जाएगा इलेक्शन मॉडल वैक्सीनशन के लिए इलेक्शन मॉडल अपनाया जाएगा. यानी जिसका वैक्सीनशन होना होगा उसे 2-3 दिन पहले एक पर्ची पहुंचाई जाएगी. इस पर व्यक्ति का नाम, वैक्सीनशन की तिथि, समय, जगह की जानकारी होगी. पर्ची बांटने का काम आशा वर्कर, ANM और आंगनबाड़ी को दिया जाएगा. जहां वैक्सीनशन होना है वहां पहला कमरा वेटिंग रूम होगा. दूसरे कमरे में वैक्सीनशन किया जाएगा. वैक्सीनशन के बाद व्यक्ति को तीसरे कमरे यानी ऑब्जरवेशन रूम में भेज दिया जाएगा. यहां डॉक्टर्स की टीम होगी जो कुछ देर तक व्यक्ति को ऑब्सर्व करवेगी कि उसे कोई समस्या न हो.
जनवरी में वैक्सीन आने की संभावना, जाने कब किसको लगेगी वैक्सीन कोविड 19 की वैक्सीन जनवरी के पहले या दूसरे हफ्ते में आने की संभावना है. पहले चरण में हेल्थ वर्कर्स यानी सरकारी और निजी सभी डॉक्टर्स, नर्स, स्टाफ, फार्मासिस्ट, लैब अस्सिटेंट, ड्राइवर, यहां के फोर्थ क्लास तक कर्मचारियों को वैक्सीन लगेगी. दूसरे चरण में पुलिसकर्मी और नगर निगम के सफाई कर्मचारियों का वैक्सीनशन होगा. तीसरे चरण में 50 साल या इससे अधिक उम्र के लोगों का वैक्सीनशन होगा. चौथे चरण में 50 साल से कम उम्र के को-मॉर्बिड लॉगिन यानी जिन्हें हाइपर टेंशन, डायबिटीज, कैंसर जैसे रोग हैं उनका वैक्सीनशन होगा.
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