अयोध्या, एबीपी गंगा। लॉकडाउन के दौरान जालंधर में फंसे 1188 लोगों को स्पेशल ट्रेन अयोध्या पहुंची। इन सभी को यूपी और पंजाब सरकार के बीच कोआर्डिनेशन के तहत लाया गया है, जो चंडीगढ़ और पंजाब में अलग-अलग जगहों पर काम करते थे और लॉकडाउन के दौरान रोजगार समाप्त हो जाने के बाद वहां मुश्किलों में फंसे हुए थे।
रेलवे स्टेशन पर ही इन सभी की सोशल डिस्टेंसिंग के बीच प्राथमिक हेल्थ चेकिंग की गई और इसके बाद सेनेटाइज करते हुए खाने के पैकेट और पानी की बोतल के साथ रोडवेज बसों से इके घर भेजा गया।चंडीगढ़ से आए इन लोगों में 600 अयोध्या जनपद के रहने वाले हैं और शेष आसपास के जनपदों के निवासी थे।
इन सभी को आगे इनके तहसील मुख्यालय या जिला मुख्यालय पर स्वास्थ्य चेकिंग की जाएगी और उसके बाद राशन के पैकेट देने के साथ होम क्वारंटाइन किया जाएगा। जालंधर में फंसे शिवनाथ ने बताया कि वो मर नगर के बगल में रहते थे, वहां पर उन्हें खाने-पीने की बहुत दिक्कत हो रही थी काम धंधा भी नहीं चल रहा था।
अब हम आपको बताते हैं कि होम क्वारंटाइन के दौरान किस तरह से मॉनिटरिंग की जाती है और कैसे इन सभी पर कंट्रोल रूप के जरिए नजर रखी जाती है।
दरअसल बाहर से आने वाले लोगों और कोरोना वायरस से जुड़े मामलों के लिए जनपद से लेकर प्रदेश स्तर तक कंट्रोल रूम बनाया गया है। इसी कंट्रोल रूम में सारा रिकॉर्ड रहता है और कंट्रोल रूम के माध्यम से रोजाना टेलीकॉलिंग भी कराई जाती जाती है कि क्या होम क्वारंटाइन किए जाने वाले लोग अपने घर में हैं या इधर-उधर घूम रहे हैं। कोरोना बीमारी के लक्षण तो नहीं नजर आ रहे हैं, तो सबसे पहले कंट्रोल रूम के माध्यम से रोजाना इनकी निगरानी होती है। जहां भी किसी में कोई बीमारी के संकेत आते हैं, वहां पर मेडिकल टीम भेजकर के उनकी चेकिंग कराई जाती है। आवश्यकता पड़ने पर उनको कोविड-19 हॉस्पिटल ले जाकर उनका चेकअप कराया जाता है। उनका टेस्ट कराया जाता है।
इसके अलावा प्रत्येक गांव में और प्रत्येक शहर के मोहल्ले में निगरानी समितियों का गठन किया गया है, जो समितियां रोजाना इसका पर्यवेक्षण कर रही है,वहां पर कोई भी व्यक्ति अगर होम क्वारंटाइन का
उल्लंघन करता है, तो उसकी रिपोर्टिंग भी की जाती है।
जिलाधिकारी अनुज कुमार झा का बयान
जिलाधिकारी अनुज कुमार झा ने बताया कि प्रदेश सरकार और पंजाब सरकार के कोआर्डिनेशन से जालंधर में फंसे लोगों को वापस लाया गया है। 1188 लोगों की सूची हमें प्राप्त हुई थी, जो जालंधर से यहां ट्रेन के माध्यम से पहुंचे हैं। इनमें 600 लोग अयोध्या के हैं, बाकी अन्य आसपास के इलाकों से हैं। सभी को सोशल डिस्टेंसिंग का पालन करते हुए ट्रेन से उतारा गया और बसों के माध्यम से अपने गंतव्य भेजा जा रहा है।बस में जब 30 व्यक्ति हो जाएगा तब फिर बस को रवाना किया जाएगा जो अन्य जनपदों के हैं।पुलिस एस्कॉर्ट साथ में जाएगा और जिला मुख्यालय तक उनको पहुंचाया जाएगा।
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