Asad Ahmed Encounter: अतीक अहमद (Atiq Ahmed) के बेटे असद अहमद (Asad Ahmed) के एनकाउंटर में मारे जाने के पर समाजवादी पार्टी (Samajwadi Party) के सांसद डॉक्टर एसटी हसन (ST Hasan) ने भी सवाल उठाए हैं. उन्होंने कहा कि "हम तानाशाही की तरफ बढ़ रहे हैं. राजा महाराजाओं वाला फरमान आया और बच्चा कोल्हू में पिरवा दिया गया." उन्होंने कहा कि इस मामले की ज्यूडिशियल इंक्वायरी (Judicial Inquiry) होनी चाहिए.


मुरादाबाद के सपा सांसद डॉक्टर एस टी हसन ने कहा की उमेश पाल हत्याकांड एक जघन्य अपराध था. ऐसे अपराध एक सभ्य समाज में नहीं होने चाहिए. इसके जो भी दोषी हैं उन्हें कानून के हिसाब से सजा मिलनी चाहिए. हमारे देश में एक न्यायिक सिस्टम है. पुलिस का काम है कि वो अपराधियों को पकड़ कर अदालत के हवाले करे, फैसले अदालत लेती है, लेकिन आज के समय में पुलिस खुद फैसले लेने लगी है. इसलिए हमें ऐसा लगता है कि हम हिटलर शाही की तरफ बहुत तेजी से बढ़ रहे हैं.


राजा महाराजाओं वाला सिस्टम लौट आया है- एसटी हसन


एसटी हसन ने कहा, "राजा महाराजाओं वाला सिस्टम लौट आया है कि फरमान आता था और जन बच्चा कोल्हू में पिरवा दिया जाता था. न्यायपालिका को नजरअंदाज कर किसी को सजा देना यह सरकार का काम नहीं है. सरकार को वह तरीके अपनाने चाहिए जो कानून के हिसाब से सही हैं. माफिया को मिट्टी में अगर मिलाना है तो अदालते मिलायें. सरकार किसी को मिट्टी में नहीं मिला सकती. यह सरकार का काम नहीं है. सरकार तो अपराधी को पकड़कर अदालत के हवाले करे और फिर चाहे तो अदालत उसे फांसी की सजा दे."


सपा सांसद ने कहा कि जितने भी जघन्य अपराध होते हैं जिनमें मौत तक की सजा हो सकती है उन्हें अदालते सजा दें. इस तरह से एनकाउंटर न करें. एसटी हसन ने सपा अध्यक्ष अखिलेश यादव के बयान का समर्थन करते हुए कहा कि उन्होंने जो भी कहा वो सही कहा है. हालात और जिस तरह की इंजरी उसे हुई है उससे यही लगता है कि ये एनकाउंटर फर्जी है. सपा सांसद ने इसकी ज्यूडिशियल जांच की मांग की और कहा कि ये पता चलना चाहिए कि यह इनकाउंटर फर्जी है या सही है. 


आपको बता दें एसटी हसन से पहले सपा अध्यक्ष अखिलेश यादव भी इस एनकाउंटर पर सवाल उठा चुके हैं. उन्होंने बीजेपी सरकार पर हमला बोलते हुए कहा कि संविधान को खत्म किया जा रहा है. 


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