Lok Sabha Election 2024: लोकसभा चुनाव की तैयारियों में समाजवादी पार्टी भी जुट गई है. अखिलेश यादव (Akhilesh Yadav) ने राष्ट्रीय महासचिव शिवपाल सिंह यादव (Shivpal Singh Yadav) और प्रदेश अध्यक्ष उत्तम पटेल के साथ सपा मुख्यालय में बैठक की. बैठक में प्रदेश की नई टीम के जल्द घोषणा करने का फैसला लिया गया. बताया जा रहा है कि आलाकमान संगठन के गठन का काम जल्दी पूरा करना चाहता है. बैठक में प्रदेश की टीम के स्वरूप और चेहरों पर भी मंथन हुआ.


सपा की प्रदेश कार्यकारिणी में जातीय संतुलन साधने के लिए सभी वर्गों को प्रतिनिधित्व दिया जा सकता है. नगर निकाय चुनाव संपन्न होने के बाद बीजेपी समेत विपक्षी पार्टियों की नजर 2024 के महासंग्राम पर है. रणनीति के स्तर पर समीकरणों को नए सिरे से बुना जा रहा है.


2024 के महासंग्राम की सपा ने कसी कमर


सपा ने भी लोकसभा चुनाव की रणनीति पर मंथन करने अगली बैठक 29 मई को बुलायी है. 29 मई को आयोजित बैठक की अध्यक्षता सपा मुखिया अखिलेश यादव करेंगे. बैठक में सभी जिला अध्यक्ष और महानगर अध्यक्षों को बुलाया गया है. अखिलेश यादव के सामने सबसे बड़ी चुनौती बगावत और गठबंधन है. उत्तर प्रदेश निकाय चुनाव में सपा की हार का कारण बागी और भीतरघात बताए जा रहे हैं. अखिलेश यादव पिछले लोकसभा चुनाव में गठबंधन का नतीजा भी देख चुके हैं.


इन मुद्दों पर चुनौतियों का करना होगा सामना


मायावती की बसपा के साथ गठबंधन कर समाजवादी पार्टी ने लोकसभा की पांच सीटों पर जीत दर्ज की थी. आजमगढ़ और रामपुर लोकसभा उपचुनाव में भी सपा को हार का सामना करना पड़ा. सपा के मजबूत हाथ से बीजेपी दोनों सीटें छीनने में कामयाब रही. बीजेपी की नजर अब समाजवादी पार्टी का मजबूत किला मैनपुरी पर है. मैनपुरी उपचुनाव में डिंपल यादव को मुलायम सिंह यादव की सहानुभूति का फायदा मिला. 2024 के महासंग्राम में बीजेपी ने मिशन मैनपुरी को पूरा करने के लिए जोर लगा दिया है. 


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