UP News: रेलवे ट्रैक पर पत्थर-डेटोनेटर और गैस सिलेंडर समेत अन्य सामान रखकर ट्रेनों को पलटाने की साजिश रचने की सनसनीखेज घटनाओं के बाद अब दो पैसेंजर ट्रेनों पर पत्थरबाजी की घटना सामने आई है. इनमें से एक घटना नॉर्थ सेंट्रल रेलवे जोन के हेडक्वार्टर प्रयागराज की है तो दूसरी धर्म की नगरी मिर्जापुर की. प्रयागराज में सीमांचल एक्सप्रेस ट्रेन पर पत्थर फेंका गया है तो मिर्जापुर में नई दिल्ली से गया जाने वाली महाबोधि एक्सप्रेस ट्रेन पर पथराव किया गया है. इन दोनों ही मामलों में रेलवे प्रोटेक्शन फोर्स (RPF) ने केस दर्ज कर जांच शुरू कर दी है. हालांकि दोनों ही मामलों में अभी तक किसी की गिरफ्तारी नहीं की जा सकी है.


पहली घटना नई दिल्ली से गया जाने वाली महाबोधि एक्सप्रेस ट्रेन की है. सोमवार की रात करीब पौने ग्यारह बजे प्रयागराज से चलकर यह ट्रेन जब मिर्जापुर स्टेशन के नजदीक पहुंचने वाले थी, तभी गार्ड की बोगी के ब्रेक पैनल पर एक पत्थर लगा. ट्रेन में मौजूद गार्ड मुश्ताक अहमद ने फौरन इसकी जानकारी रेलवे के कंट्रोल रूम और आरपीएफ को दी. 


मौके पर पहुंचे सीपीआरओ शशिकांत त्रिपाठी
नॉर्थ सेंट्रल रेलवे जोन प्रयागराज के सीपीआरओ शशिकांत त्रिपाठी के मुताबिक मौके पर रेलवे पुलिस की टीम ने पहुंचकर छानबीन की, लेकिन पत्थर के बारे में कोई सुराग नहीं लग सका. उनके मुताबिक यह जांच का विषय है कि ट्रेन पर पत्थर किसी ने चलाया या फिर ट्रैक के पास का कोई पत्थर छिटककर ब्रेक पैनल से टकराया. उनके मुताबिक इस घटना में ट्रेन में सवार यात्रियों और रेल कर्मचारियों को कोई नुकसान नहीं पहुंचा है. 


दूसरी घटना नई दिल्ली के आनंद विहार टर्मिनल से जोगबनी जाने वाली सीमांचल एक्सप्रेस ट्रेन की है. सोमवार की शाम को यह ट्रेन प्रयागराज से जब मिर्जापुर के लिए रवाना हुई तो प्रयागराज में नया यमुना पुल पर करने के बाद इस पर पथराव हुआ. पथराव की इस घटना में स्लीपर क्लास की एस थ्री बोगी में मौजूद एक यात्री को चोट भी आई. सीपीआरओ शशिकांत त्रिपाठी के मुताबिक पत्थरबाजी की इस घटना को मानसिक रूप से विक्षिप्त एक युवक द्वारा अंजाम दिए जाने की जानकारी मिली है. बरहाल इस मामले में भी आरपीएफ ने रेलवे एक्ट के तहत मुकदमा दर्ज कर अपनी पड़ताल शुरू कर दी है. 


कहा जा सकता है कि रेलवे ट्रैक पर सामान रखकर ट्रेनों को पलटाने की साजिश रचे जाने और पत्थरबाजी की घटनाएं थमने का नाम नहीं ले रही हैं. पत्थरबाजी की इन दो  घटनाओं ने ट्रेनों और इनमें सवार मुसाफिरों की सुरक्षा को लेकर नए सिरे से सवाल खड़े कर दिए हैं. दो दिन पहले ही कानपुर में रेलवे ट्रैक पर गैस सिलेंडर रखा हुआ मिला था, तो वही प्रयागराज में डीएफसी लाइन पर पत्थर रखकर ट्रेन को पलटाने की साजिश रची गई थी.


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