बुलंदशहर: कानपुर के बिकरू कांड जैसी घटना शनिवार रात उत्तर प्रदेश के बुलंदशहर में होने से बच गई. सादी वर्दी में हिस्ट्रीशीटर को गिरफ्तार करने गई स्पेशल ऑपरेशन ग्रुप की टीम पर बदमाशों के परिजनों और मोहल्ले के लोगों ने पथराव कर दिया. पथराव में एसओजी की टीम को हवाई फायरिंग कर भागकर अपनी जान बचानी पड़ी.


पथराव से बचकर वापस आने के बाद एसओजी सब इंस्पेक्टर की तहरीर पर चार नामजद और पांच से छह अज्ञात के खिलाफ मुकदमा दर्ज कर रविवार को सख्त कार्रवाई करते हुए दोबारा दिन में हिस्ट्रीशीटर के घर पर दबिश दी गई. लेकिन इस दौरान मौके पर कोई नहीं मिला. फिलहाल हिस्ट्रीशीटर के सभी ठिकानों पर पुलिस दबिश देकर उसे गिरफ्तार करने का प्रयास कर रही है.


घटना के बाद पुलिस का भारी भरकम लश्कर हिस्ट्रीशीटर की तलाश में कोतवाली नगर क्षेत्र के मिर्ची टोला मोहल्ले में दबिश दे रहा है. दबिश में अपर पुलिस अधीक्षक नगर अतुल श्रीवास्तव, सीओ राघवेंद्र मिश्र और नगर कोतवाल अरुणा राय और तमाम पुलिस फोर्स के लोग शामिल हैं. दबिश इसलिए दी जा रही है क्योंकि बीती रात जिले की एसओजी टीम ने हिस्ट्रीशीटर बदमाश शाहिद उर्फ घोड़ा को पकड़ने के लिए मिर्ची टोला मोहल्ले में दबिश दी थी.


जानकारी के मुताबिक शनिवार रात एसओजी की टीम पर हिस्ट्रीशीटर बदमाश के परिजनों और मोहल्ले को लोगों ने उस वक्त हमला कर दिया था जब टीम मौके पर दबिश देने पहुंची थी. एसओजी की टीम पर पथराव भी किया गया. पथराव के दौरान एसओजी टीम ने हवाई फायरिंग की और भागकर अपनी जान बचाई.



घटना की जानकारी एओजी टीम ने अपने अधिकारियों को दी तो पूरे मामले का एक अलग पहलू सामने आया. मामले में जांच बैठा दी गई है कि आखिर एओजी की टीम ने दबिश देने से पहले स्थानीय पुलिस को कॉन्फिडेंस में क्यों नहीं लिया. जांच के साथ-साथ हिस्ट्रीशीटर बदमाश शाहिद को पकड़ने के लिए दबिश बढ़ा दी गई है. एओजी के एसआई की तहरीर पर मुकदमा दर्ज कर पुलिस कार्रवाई का दावा कर रही है.


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