(Source: ECI/ABP News/ABP Majha)
प्याज़ की बढ़ती कीमतों पर एक्शन में सीएम योगी, जमाखोरी पर सख्ती और भंडारण सीमा तय करने के दिए निर्देश
प्रवक्ता के मुताबिक, यह व्यवस्था बन रही है कि खुदरा व्यापारी दो मीट्रिक टन तक प्याज भंडारण कर सकते हैं, जबकि थोक व्यापारी अधिकतम 25 मीट्रिक टन तक प्याज रख सकते हैं. यह सीमा दिसंबर अंत तक लागू रहेगी.
नई दिल्ली: उत्तर प्रदेश के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने प्याज की सहज उपलब्धता सुनिश्चित करने के लिए मंगलवार को जमाखोरी पर सख्ती करने और भंडारण सीमा तय करने के निर्देश दिए हैं.
सरकारी प्रवक्ता ने मंगलवार को बताया कि इस सिलसिले में जल्द ही अधिसूचना जारी होगी. प्रवक्ता के मुताबिक, यह व्यवस्था बन रही है कि खुदरा व्यापारी दो मीट्रिक टन तक प्याज भंडारण कर सकते हैं, जबकि थोक व्यापारी अधिकतम 25 मीट्रिक टन तक प्याज रख सकते हैं. यह सीमा दिसंबर अंत तक लागू रहेगी.
मुख्यमंत्री कार्यालय ने मंगलवार को ट्वीट करके भी यह जानकारी दी. इससे पहले बीते 23 अक्टूबर को केंद्र सरकार ने इस संबंध में परामर्श जारी किया था. प्रवक्ता ने बताया कि भंडारण सीमा लागू करने से पहले व्यापारियों को तीन दिन का समय दिया जाएगा.
व्यापारियों को छंटाई और पैकिंग का काम तीन दिन में पूरा कर लेना होगा. उसके बाद भंडारण की सीमा लागू होगी. प्रदेश के कुछ जिलों में प्याज की कीमतों में अचानक आई उछाल को नियंत्रित करने के लिए मुख्यमंत्री ने अधिकारियों को सख्त निर्देश दिए हैं.
प्याज़ की बढ़ती कीमतों पर विपक्ष का निशाना आपको बता दें कि देश में इस वक्त प्याज़, आलू समेत कई सब्ज़ियों के दाम आसमान छू रहे हैं. इसी को देखते हुए विपक्ष भी सरकार पर निशाना साध रहा है. हाल ही में कांग्रेस नेता प्रियंका गांधी ने एक ट्वीट के ज़रिए सरकार पर हमला किया था.
प्रियंका गांधी ने महंगे होते आलू-प्याज़ को लेकर ट्वीट किया, "पिछले एक साल में आलू के दाम लगभग 100% और प्याज के दाम 50% बढ़े हैं. जहां एक तरफ जनता सब्जियों के बढ़ते दामों के चलते बेहाल है. वहीं, इनको उगाने वाले अन्नदाताओं को इनके दाम नहीं मिलते हैं और उन पर कर्ज का बोझ बढ़ रहा है. ये सरकार किसान, गरीबों एवं मध्यम वर्ग की दुश्मन है."