प्रयागराज:  संगम नगरी प्रयागराज में जिला पंचायत अध्यक्ष पद के लिए आज दो उम्मीदवारों ने अपने पर्चे दाखिल किये. यहां आज समाजवादी पार्टी की उम्मीदवार मालती यादव और बीजेपी के प्रत्याशी वीके सिंह ने नामांकन किया. प्रयागराज में पंचायत अध्यक्ष पद पर बीजेपी और समाजवादी पार्टी में सीधे मुकाबला होगा. नामांकन के दौरान सुरक्षा के कड़े इंतजाम किये गए थे. इस दौरान कोविड प्रोटोकॉल का पालन किया गया. सपा और बीजेपी दोनों ही पार्टियों के उम्मीदवारों ने चार-चार सेटों में अपने पर्चे दाखिल किये. 


छोटी पार्टियों के हाथ रहेगी चाभी


दोनों ही पार्टियां जीत के बड़े -बड़े दावे कर रही हैं. हालांकि, दोनों में किसी के पास भी बहुमत नहीं है. दोनों उम्मीदवार बहुमत के आंकड़े से काफी पीछे हैं. ऐसे में निर्दलीय व दूसरी पार्टियों के ज़्यादातर सदस्यों को जो भी अपने पाले में लाने में कामयाब होगा, जीत का सेहरा उसी के सिर बंधेगा. प्रयागराज में जिला पंचायत की चौरासी सीटें हैं. आज की तारीख में बीजेपी के पास तीस और सपा के पास अटठाइस सदस्य हैं. बीएसपी -अपना दल एस के चार -चार, कांग्रेस- आम आदमी पार्टी और एमआईएम के दो -दो सदस्य जीते हैं. दर्जन भर से ज़्यादा निर्दलीय भी चुनाव जीते हैं. ऐसे में सत्ता की चाभी निर्दलीयों व छोटी पार्टियों के सदस्यों के ही हाथ रहेगी. ऐसे में बहुमत का आंकड़ा जुटाने और जीत हासिल करना किसी भी पार्टी व उम्मीदवार के लिए कतई आसान नहीं होगा. 


डिप्टी सीएम केशव प्रसाद मौर्य की प्रतिष्ठा दांव पर


प्रयागराज में डिप्टी सीएम केशव प्रसाद मौर्य समेत बीजेपी के कई नेताओं की प्रतिष्ठा दांव पर है. हालांकि, समाजवादी पार्टी भी यहां ज़ोर शोर से मैदान में हैं, ऐसे में कहा जा सकता है कि, प्रयागराज में अपना अध्यक्ष बनाना बीजेपी के लिए किसी टेढ़ी खीर से कम नहीं होगा. बीजेपी उम्मीदवार वीके सिंह ने जीत का दावा किया है तो दूसरी तरफ समाजवादी पार्टी की प्रत्याशी मालती यादव ने चुनाव में सत्ता के दुरूपयोग का आरोप लगाया है.  


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