UP News: उत्तर प्रदेश सरकार स्वास्थ्य सुविधाओं पर करोड़ों खर्च करती है और दावा करती है मरीजों को अस्पतालों में बेहतर इलाज मिल रहा है. बावजूद इसके स्थिति में सुधार होता नहीं दिख रहा है. देवरिया से मानवीय संवेदनाओं को तार- तार कर देनेवाली खबर सामने आई है. स्वास्थ्य विभाग की लापरवाही से मानवता शर्मसार है. मेडिकल कॉलेज में महिला मरीज को स्ट्रेचर तक मुहैया नहीं हुआ. महिला कैदी को जेल से आए पुलिसकर्मी चटाई में लादकर इमरजेंसी तक ले गए. पुलिसकर्मियों ने बताया कि स्ट्रेचर नहीं मिलने की वजह से कदम उठाना पड़ा. महिला मरीज़ कुशीनगर जिले की रहने वाली सजायाफ्ता कैदी है.


देवरिया में स्वास्थ्य विभाग की लापरवाही उजागर


जिला कारागार से किस्मती देवी नाम की महिला कैदी गंभीर बीमारी से पीड़ित थी. 60 वर्षीय किस्मती देवी जिला कारागार में हत्या की सजा काट रही है. तबियत बिगड़ने पर पुलिसकर्मी गाड़ी से मेडिकल कॉलेज ले गए. अस्पताल में पुलिसकर्मियों ने स्ट्रेचर की मांग की. आरोप है कि स्ट्रेचर नहीं मिलने पर महिला मरीज को चटाई में लादकर डॉक्टर को दिखाने ले गए. चैंबर में बैठे डॉक्टर ने बेड पर लिटाकर इलाज करने के बजाए चटाई पर ही इलाज शुरू कर दिया.




मेडिकल कॉलेज में मरीज को नहीं मिला स्ट्रेचर


पुलिसकर्मियों के आरोप पर मेडिकल कॉलेज प्रशासन का एबीपी न्यूज ने पक्ष जानना चाहा. मेडिकल कॉलेज प्रशासन ने रटा रटाया जवाब दिया. मेडिकल कॉलेज के प्रवक्ता डॉ एच के मिश्रा ने कहा कि एक वीडियो संज्ञान में आया है. जांच के आदेश दे दिए गए हैं. जेल से आए पुलिसकर्मी चिल्ला चिल्ला कर स्ट्रेचर नहीं मुहैया कराने की गवाही दे रहे हैं. बावजूद इसके मेडिकल कॉलेज प्रबंधन को पुलिसकर्मियों की गवाही पर भरोसा नहीं है. अब तो देखना होगा जांच के बाद मेडिकल कॉलेज प्रशासन लापरवाह स्वास्थ्य कर्मियों पर क्या कार्रवाई करता है. 


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