मेरठ. मेरठ मंडल में अवैध शराब माफियाओं की कमर तोड़ने के लिए कमिश्नर मेरठ ने एक सीक्रेट प्लान तैयार कर लिया है. मेरठ, बागपत, हापुड़, बुलंदशहर, गाजियाबाद, नोएडा और बिजनौर के 50 से ज्यादा शराब माफियाओं को चिन्हित कर लिस्ट तैयार कर ली गई है. पूरे अभियान में माफियाओ पर सख्ती करने के साथ-साथ हरियाणा बॉर्डर पर सख्ती से चेकिंग के आदेश भी जारी कर दिए गए हैं. 10 दिन के इस अभियान में शराब की दुकानों पर भी ताबड़तोड़ चेकिंग की जाएगी.
कमिश्नर सुरेंद्र सिंह की मानें तो डिस्टलरी से निकलने वाले मेथेनॉल केमिकल को चुराकर शराब माफिया मोटे मुनाफे के लालच में जहरीली शराब तैयार कर देते हैं. जिससे लोगों की मौतें भी हो चुकी हैं. टैंकरों के जरिए डिस्टलरी से दूसरे जगहों पर जाने वाले इस केमिकल की चोरी को रोकने और हरियाणा बॉर्डर पर शराब तस्करी को रोकने के लिए एक्शन प्लान तैयार किया गया है. इसके अलावा मंडल के 50 से ज्यादा शराब माफियाओं को चिन्हित करके उनकी गतिविधियों पर निगरानी रखने के लिए पुलिस को जिम्मेदारी सौंपी गई है.
इसके अलावा केमिकल के टैंकरों पर बड़े-बड़े अक्षरों में जहर लिखवाया जा रहा है. ताकि आम लोगों को पता लग सके कि यह जहरीला पदार्थ है. वहीं टैंकरों में जीपीएस एक्टिव करवा दिया गया है. साथ ही शराब की सरकारी दुकानों में भी अब सीसीटीवी कैमरे 24 घंटे काम करेंगे. ताकि दुकान बंद होने के बाद कोई अवैध सप्लाई न की जा सके.
"सीएम योगी शराब तस्करी पर गंभीर"
कमिश्नर सुरेंद्र सिंह ने कहा कि शराब तस्करी को लेकर मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ काफी गंभीर हैं. इसके अलावा पिछले दिनों अलीगढ़ में शराब से हुई मौतों के मामले पर भी मुख्यमंत्री ने कड़ी कार्रवाई की थी. जिसके बाद मेरठ मंडल को शराब माफियाओं से मुक्त करने के लिए एक्शन प्लान तैयार किया गया है. अगले 10 दिन शराब की दुकानों पर ताबड़तोड़ चेकिंग की जाएगी. रिकॉर्ड और स्टॉक खंगाले जाएंगे, साथ ही शराब माफियाओं पर भी एक्शन लिया जाएगा.
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