दिल्ली, एबीपी गंगा। यूपी के बाहुबली माफियाओं पर योगी सरकार की सख्त निगाह है. जिसके चलते बाहुबलियों के खिलाफ योगी सरकार समय-समय पर कार्रवाई करती रहती है. इसी सिलसिले में गुरुवार को बाहुबली मुख्तार अंसारी पर कार्रवाई की गई.


मुख्तार अंसारी की करीब 70 करोड़ की संपत्ति को ध्वस्त किया गया. वहीं, 40 करोड़ से ज्यादा की कमाई पर प्रशासन ने ताला लगा दिया. लखनऊ के सबसे पॉश और कीमती इलाके हजरतगंज के डाली बाग में स्थित मुख्तार की करोड़ों की जमीन पर बनी दो मंजिला इमारत गिराई गई. इसके लिए लखनऊ विकास प्राधिकरण की टीम 20 जेसीबी और 250 से ज्यादा पुलिसकर्मियों के साथ पहुंची थी. यह जमीन मुख्तार अंसारी के बेटे अब्बास अंसारी और उमर अंसारी के नाम पर दर्ज हैं.


सीएम योगी कार्यालय से और कार्रवाई के संकेत
मुख्तार अंसारी के खिलाफ अभी और कार्रवाई होगी. इस बात के संकेत स्वयं सीएम योगी कार्यालय के ट्विटर हैंडल से मिले हैं. इस हैंडल से ट्वीट किया गया, ''माफिया मुख्तार अंसारी के काले-साम्राज्य के अंत का समय आ गया है. अब तक इसकी ₹66 करोड़ की अवैध संपत्ति जब्त हो चुकी है. ₹41 करोड़ की अवैध आय की प्राप्ति का मार्ग बंद किया जा चुका है. इसके गिरोह के 97 साथी पुलिस की हिरासत में हैं. कार्रवाई आगे भी जारी रहेगी....''





साफ है कि योगी सरकार मुख्तार अंसारी पर ढिलाई बरतने के मूड में नहीं है.

अब तक हुई कार्रवाई
बीते एक साल में मुख्तार अंसारी की मऊ, गाजीपुर और अब लखनऊ में स्थित 70 करोड़ की अवैध संपत्ति को ध्वस्त किया गया है. वहीं, 41 करोड़ की आय वाले अवैध धंधों पर ताला लगा दिया गया है. मुख्तार अंसारी के गैंग में शामिल 97 लोगों को गिरफ्तार कर जेल भेजा गया है. वहीं, 75 अपराधियों पर गैंगस्टर लगाया गया जबकि 12 पर गुंडा एक्ट लगाया गया है. मुख्तार अंसारी और उसको गैंग को दिए गए 75 शस्त्र लाइसेंस निरस्त कराए गए हैं. इसके अलावा अवैध बूचड़खाने के धंधे में 26 लोग गिरफ्तार कर जेल भेजे गए है. इससे मुख्तार की करीब 2.5 करोड़ की आय बंद हुई है.


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