प्रयागराज. योगी सरकार में माफिया घोषित किये गए पूर्व बाहुबली सांसद अतीक अहमद के खिलाफ कागजी कार्रवाई का सिलसिला लगातार जारी है. प्रयागराज पुलिस ने अतीक से जुड़ी कुछ ऐसी संपत्तियों का पता लगाया है, जिन्हें रसूख का इस्तेमाल कर अवैध तरीके से अर्जित किया गया है. इनमे से ज्यादातर बेनामी हैं, लेकिन उन पर कब्जा अतीक के परिवार व करीबियों का ही है. राजस्व विभाग से इनका भौतिक सत्यापन कराने के बाद इन्हे भी जब्त करने के लिए डीएम से परमीशन मांगी जाएगी.


कागजी कार्रवाई कब तक?
पुलिस ने डीएम से पहले जिन 7 संपत्तियों को जब्त करने की इजाजत मांगी थी. उस पर अब आगे कार्रवाई की तैयारी है. हालांकि कार्रवाई के लिए पुलिस को अभी भी लिखित इजाजत का इंतजार है. बतादें कि अतीक की करीब 1 दर्जन से ज्यादा नई संपत्तियों पर पुलिस-प्रशासन की नजर है. इन संपत्तियों के बारे में जानकारी भी जुटाई जा रही है. इसके अलावा अतीक गैंग के सदस्यों के बारे में भी नए सिरे से तहकीकात की जा रही है.


अतीक के गैंग की तलाश
पुलिस अब पता लगा रही है कि अतीक गैंग के 121 सदस्यों में से कौन-कौन अब भी सक्रिय हैं. साथ ही कौन से नए लोग गैंग और उसके सदस्यों के संपर्क में आए हैं. इसके अलावा अतीक के साथ ही उसके गैंग के सदस्यों की संपत्तियों व आर्थिक स्रोतों के बारे में जानकारी जुटाई जा रही है. हालांकि. अतीक से जुडी कुछ कंपनियों की जांच प्रवर्तन निदेशालय से कराए जाने की सिफारिश की जो प्रक्रिया शुरू की गई थी, वह भी अभी अंजाम तक नहीं पहुंच सकी है.


अभी तक नहीं हुई गिरफ्तारी
कानपुर के बिकरू कांड के बाद भी प्रयागराज का सरकारी अमला किसी तरह की कोई ठोस कार्रवाई करने के बजाय सिर्फ कागजी खानापूर्ति कर रहा है. कहा जा सकता है कि सारी कार्रवाई सिर्फ बयानबाजी और कागजी लिखा-पढ़ी तक ही सीमित है. अभी तक गैंग के किसी भी सदस्य को गिरफ्तार नहीं किया गया है. यहां तक कि किसी पुराने मामले में कोई नई एफआईआर भी दर्ज नहीं की गई है. सारी कार्रवाई सिर्फ बयानबाजी और प्रेस नोट तक ही सीमित है.


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