Ukraine Russia War: यूक्रेन में फंसे भारतीय छात्रों की वतन वापसी का सिलसिला लगातार जारी हैं. रूस के हमले के आठवें दिन यूपी के जालौन की एक छात्रा बिंदु त्यागी जैसे-तैसे वहां के हालातों से जूझते हुए अपने घर वापस लौट आई हैं. अपनी बेटी की सकुशल वापसी से पूरा परिवार बेहद खुश हैं. बिंदू भी यूक्रेन में मेडिकल की पढ़ाई करने के लिए गई थी. उसने बताया कि वहां पर कुछ भी ठीक नहीं है अब भी कई छात्र फंसे हुए हैं. 

 

यूक्रेन से लौटी जालौन की बेटी

 

बिन्दू त्यागी जालौन के उरई की रहने वाली वाली हैं. उनकी घर वापसी पर परिवारवालों ने अपनी बेटी को गले लगा लिया और माला पहनाकर उसका स्वागत किया. बेटी की सकुशल वापसी के बाद परिवार में जश्न का माहौल है  बिंदू तो घर लौट आई लेकिन उसने बताया कि यूक्रेन के हालात अब पहले जैसे नहीं है. वहां अब भी कई छात्र फंसे हुए है. रूस के हमले के बाद यूक्रेन में हर दिन के साथ मुसीबतें बढ़ती जा रही हैं. 

 

कई दिनों से भूखे हैं छात्र

 

यूक्रेन के बार में बताते हुए बिंदु ने कहा कि वो वहां की यूनिवर्सिटी में मेडिकल की पढ़ाई करने के लिए गईं थीं, लेकिन रूस ने यूक्रेन पर हमला कर सबकुछ बदल दिया. उन्होंने बताया कि अचानक सायरन की आवाज सुनकर सब लोग बंकरों में छिप जाते थे. शहर के आसपास मिसाइलों से हमले हो रहे थे. खारकीव और कीव के हालात बेकाबू हैं. वहां पिछले कई दिनों से छात्र भूखे हैं.

 

वहां से निकलना है बेहद मुश्किल

 

बिंदू ने बताया कि मैं किसी तरह ट्रेन का सहारा लेकर वहां से पोलैंड बॉर्डर तक पहुंची लेकिन लाइफ का सबसे बड़ा टास्क था बॉर्डर को पार करना. पोलैंड पर हालात काफी बेकाबू थे. सरकार जो छात्रों को वहां से एयरलिफ्ट कर रहीं हैं वो अच्छा कदम है लेकिन सरकार छात्रों को बॉर्डर पार कराने में भी मदद करे तो बेहतर होगा. इसके साथ ही उन्होंने सरकार से अपील की कि मेडिकल की पढ़ाई को सस्ता किया जाए ताकि छात्रों को इसके लिए विदेशों का रुख न करना पड़े. 

 

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