Greater Noida: छात्रों की चौपाल, हाईस्कूल परीक्षा रद्द करने के फैसले पर क्या है स्टूडेंट्स का कहना
कोरोना संक्रमण के चलते उत्तर प्रदेश की योगा सरकार ने हाईस्कूल की परीक्षा को रद्द कर सभी को प्रमोट करने का फैसला किया. वहीं, एबीपी गंगा ने जब इस बारे में छात्रों से बात की ज्यादातर लोग फैसले के समर्थन में थे.
ग्रेटर नोएडा: कोरोना वैश्विक महामारी को देखते हुए मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने दसवीं की परीक्षा रद्द कर छात्रों को प्रमोट कर दिया है. इस क़दम से करीब 29 लाख से अधिक बच्चे लाभान्वित हुए हैं. लेकिन मुख्यमंत्री के इस कदम को दसवीं के छात्र किस नजर से देखते हैं, इस पर बात करने के लिए एबीपी गंगा संवाददाता ने छात्रों से बात की,
छात्रों की चौपाल:
मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ के इस कदम को छात्र ही नहीं बल्कि अभिभावक भी काफी सराह रहे हैं. उनका कहना है कि, इस महामारी से बचने के लिए इस तरह के कदम उठाना बेहद जरूरी था. क्योंकि अगर छात्र घर से बाहर निकलते तो उन्हें संक्रमित होने का खतरा रहता. ऐसे में परीक्षा से ज्यादा छात्रों की जिंदगी जरूरी थी और जिस तरह से मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ जी ने हाई स्कूल की परीक्षा रद्द कर बच्चों को प्रमोट किया है. वो बेहद सराहनीय कदम है.
हालांकि, एबीपी गंगा से बातचीत के दौरान छात्रों ने मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ का शुक्रिया अदा किया और कहा कि, इस महामारी से बचाने के लिए हम छात्रों के लिए मुख्यमंत्री जी ने जो यह कदम उठाया है, उसकी हम सभी सराहना करते हैं. हम परीक्षा देना चाहते थे, लेकिन इस महामारी के दौरान हमें डर लग रहा था कि कहीं हम संक्रमित ना हो जाए और हमारी वजह से हमारा परिवार और गांव भी इस महामारी की चपेट में ना आ जाए. लेकिन मुख्यमंत्री जी ने जिस तरह से छात्रों को इस महामारी से बचाया है उसकी जितनी प्रशंसा की जाए उतनी कम है.
फैसले से संतुष्ट नजर आए छात्र
छात्रों ने कहा, हमने तैयारी काफी अच्छी की थी, अच्छे परसेंटेज की उम्मीद थी लेकिन इस महामारी का डर हमें हमेशा सता रहा था कि अगर हम घर से बाहर निकले तो कहीं इस संक्रमण के शिकार ना हो जाएं लेकिन जिस तरह से मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ जी ने हम बच्चों को प्रमोट किया है उसको लेकर हम आगे और मेहनत करेंगे ताकि मुख्यमंत्री जी ने जो हम पर भरोसा जताया है उस पर हम खरे उतरे.
छात्रों का कहना था कि, इस महामारी ने जिस तरह से अपने पैर पसारे हैं. उसको देखते हुए हम छात्रों को तो अभी टीका भी नहीं लगा है. इसकी वैक्सीन भी हम बच्चों के लिए नहीं आई है और हम सभी छात्र सरकार से यह गुजारिश करते हैं कि, हम बच्चों के लिए भी वैक्सीन उपलब्ध कराई जाए ताकि हमें भी टीका लगे और हम इस महामारी से बच सकें. अधिकांश छात्रों ने हमसे बातचीत के दौरान यही कहा कि, वह इस कदम से बेहद खुश हैं और मुख्यमंत्री जी के इस कदम की सराहना करते हैं.
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