वाराणसी, एजेंसी। बीएचयू में मुस्लिम प्रोफेसर के विरोध में धरना दे रहे छात्रों का धरना शुक्रवार शाम  पूर्ण रूप से समाप्त हो गया। बीएचयू प्रशासन और कुलपति को पांच बिंदुओं का जवाब देने के लिए छात्रों ने दस दिन का समय दिया है और इस संदर्भ में प्रधानमंत्री के संसदीय कार्यालय में ज्ञापन देने की बात भी कही है।


बता दें कि बीते सात नवम्बर की दोपहर छात्र संस्कृत विद्या धर्म विज्ञान संकाय में मुस्लिम प्रोफेसर फिरोज खान की नियुक्ति को लेकर धरने पर चले गए थे। छात्रों के प्रदर्शन के दौरान बीएचयू में दो छात्रवासों के आपसी विवाद के बाद प्रदर्शन को हवा मिली और मुद्दा बढ़ता चला गया।


प्रोफेसर फिरोज खान की नियुक्ति पर आपत्ति जताते हुए 15 दिनों से बनारस हिंदू विश्वविद्यालय (बीएचयू) में छात्रों का विरोध प्रदर्शन जारी था। कुलपति के साथ छात्रों की बैठकों के बावजूद गतिरोध अभी पूरी तरह खत्म नहीं हो सका है। फिरोज खान की नियुक्ति साहित्य (लिट्रेचर) विभाग में संस्कृत विद्या धर्म वेद विज्ञान संकाय में हुई है



इन पांच बिंदुओं पर मांगा जवाब

नियुक्ति प्रक्रिया में विश्वविद्यालय ने यूजीसी के किस शॉर्ट लिस्टिंग प्रक्रिया को अपनाया है?

विश्वविद्यालय संविधान के अनुसार नियुक्ति प्रक्रिया सम्पन्न हुई है?

क्या बीएचयू ऐक्ट के 1904, 1096, 1915, 1955, 1966 व 1969 ऐक्‍ट को केंद्र में रखकर यह नियुक्ति की गई है ?

संस्कृत विद्या धर्म विज्ञान संकाय के साहित्य विभाग में क्या संकाय के अन्य सभी विभागों के अनुरूप ही शार्ट लिस्टिंग हुई है ?



क्या संकाय के सनातन धर्म के नियमों को ध्यान में रखकर शार्ट लिस्टिंग की गई है?