मुजफ्फरनगर: जनपद मुजफ्फरनगर में बुधवार को पुलिस कार्यालय पर यूपी पुलिस का एक ऐसा मानवीय चेहरा देखने को मिला है जिसे सुनकर आप भी यूपी पुलिस के इस होनहार दरोगा दीपक चौधरी की तारीफ करते नजर आएंगे. जहां पुलिस कार्यालय पर अपनी समस्या लेकर आये एक दिव्यांग की पीड़ा को सुनने के लिए उप निरीक्षक दीपक चौधरी जमीन पर बैठ गए और पीड़ित दिव्यांग की समस्या को पहले तो ध्यान से सुना और फिर उस दिव्यांग समस्याओं का निस्तारण कराने आश्वासन दिया. जिसके बाद उप निरीक्षक दीपक चौधरी ने दिव्यांग को एसपी सिटी अर्पित विजयवर्गीय के पास लेकर पहुंचे जहां पीड़ित दिव्यांग व्यक्ति को एसपी सिटी से मिलवाया. एसपी सिटी अर्पित विजयवर्गीय ने दिव्यांग की समस्या सुनकर उनका निवारण करने का आश्वासन दिया.
पुलिस की छवि है बेहद खराब
जनपद मुजफ्फरनगर में काफी वर्षों बाद मित्र पुलिस का ऐसा मानवीय चेहरा सामने आया है जहां जिसकी हर कोई तारीफ करता नजर आ रहा है. दरअसल उत्तर प्रदेश में कोरोना काल के दौरान लगाए गए लॉक डाउन के समय जो यूपी पुलिस की जो छवि सामने आई थी जिसके बाद लोगों की नजरों में पुलिस की छवि बेहद खराब हुई है. जो अब तक नहीं सुधार पा रही है. लेकिन जनपद मुजफ्फरनगर में उप निरीक्षक दीपक कुमार ने जो आज प्रयास किया है वह वाकई काबिले तारीफ है. ये उत्तर प्रदेश पुलिस के साथ-साथ सरकार की भी छवि को सुधारने की एक पहल की है. अब देखना यह होगा कि क्या इस पीड़ित दिव्यांग की समस्याओं का समाधान होगा या नहीं. इसके अलावा और अन्य पुलिस अधिकारी व कर्मचारी भी दीपक चौधरी के इस मित्रता भरे व्यवहार से सीख लेंगे या नहीं. क्योंकि अभी तक मुजफ्फरनगर पुलिस की छवि आम पब्लिक की नजर में बेहद खराब है. यूपी पुलिस को अभी भी रस्सी का सांप बनाने वाली पुलिस के नाम से जाना जाता है. आए दिन पीड़ित थानों से लेकर अधिकारियों तक के चक्कर काटते नजर आ रहे हैं, मगर समस्या का समाधान नहीं, जिससे योगी सरकार की छवि भी काफी स्तर पर खराब हो रही है. इसका खामियाजा पंचायत चुनाव में देखने को मिला है.
ये था पूरा मामला
दरअसल, थाना छपार क्षेत्र के गांव खोज्ज़ा नंगला निवासी मोहम्मद आबाद जो कि दिव्यांग हैं, जिनका आरोप है कि गांव के कुछ दबंगों के पास उसके रुपये हैं जो मांगने पर उसके साथ मारपीट करते हैं. उल्टा दबंगों ने पुलिस से सांठगांठ कर उसके खिलाफ ही फर्जी मुकदमे दर्ज करा दिये हैं. अब उसे पुलिस भी परेशान कर रही है. इसी समस्या को लेकर दिव्यांग पुलिस अधिकारियों के पास आया था. जिला पुलिस मुख्यालय पर एसएसपी अभिषेक यादव मौजूद नहीं थे. एसपी सिटी अर्पित विजयवर्गीय अपने ऑफिस में बैठे थे जैसे ही दिव्यांग एसएसपी ऑफिस पहुंचा तो एसएसपी ऑफिस पर मौजूद एसपी सिटी के पीआरओ दीपक चौधरी की नजर दिव्यांग व्यक्ति पर पड़ी तो दीपक चौधरी उसकी समस्याओं को सुनने के लिए जमीन पर बैठ गए और उसकी समस्याओं को ध्यान से सुना. जिसके बाद उसे एसपी सिटी अर्पित विजयवर्गीय के पास ले जाकर उसकी समस्या का समाधान कराने के लिए कहा उप निरीक्षक दीपक चौधरी के इस व्यवहार से पीड़ित हालांकि पुलिस की कार्रवाई से संतुष्ट तो नहीं है लेकिन एक पुलिसकर्मी के व्यवहार से बेहद संतुष्ट नजर आया.
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