अयोध्या, एबीपी गंगा। अपने तर्कों के लिए मशहूर भाजपा के चर्चित नेता सुब्रमण्यम स्वामी ने रविवार को अपने जन्मदिन की शुरुआत अयोध्या में रामलला के दर्शन से शुरू की। दर्शन करने के बाद उन्होंने कहां कि मूलभूत अधिकार प्रॉपर्टी के अधिकार से ऊपर है, इसी आधार पर नवंबर में रामलला के पक्ष में फैसला आएगा और इसी के साथ इसी साल यानी 2019 में ही राम मंदिर निर्माण का कार्य शुरू हो जाएगा।
स्वामी ने फिर दोहराया कि बीते वर्ष नवंबर में राम मंदिर निर्माण का कार्य शुरू हो जाता क्योंकि विवादित भूमि को छोड़कर अधिग्रहित जमीन पर कोई विवाद नहीं था और यह भूमि सरकार के पास थी जिस पर दीपावली से काम शुरू किया जा सकता था, लेकिन सभी की राय थी कि मंदिर निर्माण का कार्य संपूर्ण भूमि पर एक साथ किया जाए इसीलिए सुप्रीम कोर्ट से फैसला आने का इंतजार किया गया। अब नवंबर में फैसला आने के बाद मंदिर निर्माण का कार्य शुरू होगा और इसी के साथ खुशियां मनाने का दौर भी।
अयोध्या पहुंचे भाजपा नेता सुब्रमण्यम स्वामी ने रामलला के दर्शन के बाद मीडिया से मुखातिब होते हुए बड़ा बयान देते हुए कहा कि नवंबर बाद अयोध्या में राम मंदिर का निर्माण शुरू हो जाएगा यही नहीं उन्होंने कहा कि हिंदुओं का मूलभूत अधिकार मुसलमानों की संपत्ति के अधिकार से ऊपर है क्योंकि मुसलमानों का वह साधारण अधिकार है। संपत्ति का अधिकार मूलभूत अधिकार पर नहीं बनता। यह संविधान भी कहता है। जब किसी के मूलभूत अधिकार व संपत्ति के अधिकार का टक्कर होता है तो सुप्रीम कोर्ट ने कई बार कहा है तो मूलभूत अधिकार ही सर्वोपरि है बाकी रद हो जाएगा।
सुब्रमण्यम स्वामी ने बड़ा बयान देते हुए कहा कि नवंबर के बाद अयोध्या में राम मंदिर का निर्माण शुरू हो जाएगा। उन्होंने कहा कि अधिकांश जमीन सरकार के पास है जो उसने अधिग्रहण करके रखा हुआ है और सुप्रीम कोर्ट ने भी कहा है कि सरकार वह जमीन किसी को भी दे सकती है, लेकिन सरकार ने कहा है कि सुप्रीम कोर्ट के फैसले के बाद ही सारी जमीन सौंपी जाएगी।
स्वामी ने कहा कि पिछले नवंबर में ही काम शुरू हो सकता था लेकिन काम रोक दिया गया वैसे भी सब प्री फैब्रिकेटेड है केवल भव्यता देनी है। नवंबर के बाद देश के लोग खुशियां मनाएंगे। रामलला दर्शन के समय सुब्रमण्यम स्वामी के समर्थकों ने रामलला हम आएंगे मंदिर वहीं बनाएंगे और जय श्रीराम के नारे भी लगाए।