बुलंदशहर एजेंसी। बुलंदशहर पुलिस ने सुदीक्षा भाटी की मौत के मामले में छेड़छाड़ की बात से इनकार करते हुए बृहस्पतिवार को कहा कि कुछ लोग इस मामले का रुख बदलने की कोशिश कर रहे हैं. पुलिस ने मामले की व्यापक जांच का आश्वासन दिया है.
प्राथमिकी में दुर्व्यवहार या छेड़छाड़ के आरोप नहीं- पुलिस
वरिष्ठ पुलिस अधीक्षक संतोष कुमार सिंह ने कहा कि इस मामले में सुदीक्षा के पिता की शिकायत, उसके चचेरे भाई और प्रत्यक्षदर्शियों के बयानों के आधार पर कानून की संबंधित धाराओं के प्राथमिकी दर्ज की गई है, जिसमें दुर्व्यवहार या छेड़छाड़ के आरोप नहीं लगाए गए हैं. गौतमबुद्ध नगर जिले के दादरी में डेरी स्कानार गांव की निवासी सुदीक्षा की बुलंदशहर जिले में सड़क दुर्घटना में मौत हो गई थी. दुर्घटना के समय वह अपने नाबालिग चचेरे भाई के साथ मोटरसाइकिल पर जा रही थीं.
सुदीक्षा के परिवार का क्या आरोप है?
सुदीक्षा के परिवार का आरोप है कि मोटरसाइकिल सवार दो अज्ञात लोगों द्वारा उसका पीछा करने और छेड़छाड़ करने के चलते यह दुर्घटना हुई. बीस वर्षीय सुदीक्षा अकादमिक रूप से बेहतरीन छात्रा थीं. वह 3.80 करोड़ रुपये की छात्रवृत्ति पर अमेरिका के मैसाच्युसेट्स के बाबसन कॉलेज से उद्यमिता में स्नातक का कोर्स कर रही थीं और 20 अगस्त को वापस अमेरिका जाने वाली थी. सिंह ने कहा, 'ऐसा प्रतीत होता है कि उनका शव गांव पहुंचने के बाद कुछ लोगों ने घटना का रुख बदलने की कोशिश की. चूंकि लड़की को (अमेरिका में पढ़ाई के लिये) भारी छात्रवृत्ति मिली थी, ऐसे में हो सकता है कि लोग (मुआवजा) मांगने की सोच रहे हों.
ये भी पढ़ेंः
यूपी छेड़छाड़ मामला: मायावती बोलीं- मनचलों की वजह से गई सुदीक्षा की जान, सख्त कार्रवाई करे सरकार
कभी छेड़छाड़ के खिलाफ आवाज उठाने वाली सुदीक्षा खुद ही बन गई उसका शिकार, गंवाई जान