UP News: देशभर में एनआईए (NIA) और ईडी (ED) की रेड के बाद अब पीएफआई (PFI) का मामला तूल पकड़ रहा है. पीएफआई के 93 ठिकानों पर गुरुवार को छापेमारी हुई थी. जिसके बाद से अब पीएफआई को बैन करने की मांग भी तेज हो गई है. सूफी खानकाह एसोसिएशन (Sufi Khanqah Association) समेत कई संगठनों ने इसे बैन करने की मांग रखी है. एसोसिएशन के राष्ट्रीय अध्यक्ष कौसर हसन मजीदी (Kausar Hasan Majidi) ने इस संबंध में बयान जारी किया है.
सूफी खानकवाह एसोसिएशन के राष्ट्रीय अध्यक्ष कौसर हसन मजीदी ने कहा है कि पीएफआई को बैन कर देना चाहिए. पीएफआई के साथ ही ऐसी विचारधारा को भी प्रतिबंधित किया जाना चाहिए, देश के खिलाफ काम कर रही हों. पिछले दो सालों से पीएफआई आईएसआईएस के लिए लड़ाकों की भर्ती कर रहा है. पॉपुलर फ्रंट ऑफ इंडिया समाज में जहर घोलने का काम कर रहा है.
पीएम मोदी को बैन करने के लिए खिलाफ पत्र
कौसर हसन मजीदी ने इस संबंध में पीएम नरेंद्र मोदी और गृह मंत्री अमित शाह को एक पत्र भी लिखा है. ये पत्र उन्होंने पीएफआई के खिलाफ साक्ष्यों के आधार पर लिखा है. जिसमें कहा गया है कि दो साल से पीएमओ को पत्र लिखें, सरहद पार से लगातार जान से मारने की धमकियां मिल रही हैं. जिसकी वजह से देशहित में पीएफआई को प्रतिबंधित किया जाना चाहिए.
वहीं केंद्रीय एजेंसियों की कार्रवाई के खिलाफ शुक्रवार को पॉपुलर फ्रंट ऑफ इंडिया ने केरल में हड़ताल का आह्वान किया है. इस दौरान भारी बवाल की खबर है. केरल से लेकर तमिलनाडु तक जमकर तोड़फोड़ की जा रही है, बताया जा रहा है कि तमिलनाडु में बीजेपी दफ्तर पर भी हमला किया गया है. कोच्चि में सरकारी बसों को निशाना बनाकर तोड़फोड़ की गई है. साथ ही, तिरुवनंतपुरम में भी तोड़फोड़ की खबरें सामने आ रही है.
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