सहारनपुर. भारतीय किसान यूनियन से जुड़े सैकड़ों गन्ना किसानों ने शुक्रवार को सहारनपुर के नागल गंगोह व सरसावा थानों में जमकर हंगामा करते हुए धरना प्रदर्शन किया. भाकियू नेतृत्व के आह्वान पर आज जिले के सैकड़ों किसानो ने धरना प्रदर्शन करते हुए नारेबाजी भी की. प्रदर्शन करने वाले किसानों का कहना है कि सुप्रीम कोर्ट के आदेश हैं कि गन्ना किसानों को 14 दिन के अंदर बकाया भुगतान करना होगा, लेकिन आदेशों के बाद भी अकेले सहारनपुर में किसानों का करोड़ों रुपये का गन्ने का भुगतान अभी बाकी है.


भुगतान न होने के चलते किसानों के सामने रोजी रोटी का संकट खड़ा हो गया है. किसान नेताओं ने चीनी मिल मालिकों को बेईमान बताते हुए चेतावनी दी है कि यदि जल्दी ही किसानों के गन्ने का बकाया भुगतान नहीं किया गया तो वो चीनी मिलों के गेटों को बंद करके वहां वेल्डिंग कर देंगे और एक बड़ा आन्दोलन करने को बाध्य होंगे.


लखनऊ में हुआ था विरोध प्रदर्शन


इससे पहले बीते सोमवार यानी 17 अगस्त को भारतीय किसान यूनियन के राष्ट्रीय प्रवक्ता राकेश टिकैत ने सैंकड़ो कार्यकर्ताओं के साथ थाना भवन का घेराव करते हुए धरना प्रदर्शन किया था. शामली में किसानों का तीनों शुगर मिलों पर 700 करोड़ रुपये बकाया है. वहीं जिस थाने में बीकेयू द्वारा गन्ने के भुगतान को लेकर धरना दिया गया वह यूपी सरकार में केबिनेट मंत्री व गन्ना राज्यमंत्री सुरेश राणा का गृह क्षेत्र भी है.


राकेश टिकैत अपने सैंकड़ों कार्यकर्ताओं को लेकर ढोल नगाड़ों के संग थानाभवन थाने में पहंचे थे. उन्होंने जनपद शामली के किसानों के बकाया गन्ना भुगतान की मांग उठाई.


टिकैत ने आरोप लगाते हुये कहा कि उत्तर प्रदेश की बीजेपी सरकार ने 14 दिन के अंदर किसानों के बकाया गन्ना भुक्तान का वादा किया था. लेकिन किसानों पर राजनीति कर अपनी राजनीति चमकाने वाली बीजेपी सरकार अपने ही वादे पर झूठी साबित हो रही है.


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